जयपुर: कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट की 5 दिवसीय जनसंघर्ष यात्रा का आगाज़ आज गुरुवार (11 मई) से होने जा रहा है. अजमेर से आरंभ होने वाली इस 125 किमी की जनसंघर्ष यात्रा के लिए पायलट अजमेर पहुंच चुके हैं. राजस्थान में भ्रष्टाचार और लचर कानून व्यवस्था के विरुद्ध निकाली जा रही सचिन पायलट की यह पदयात्रा सीएम अशोक गहलोत के खिलाफ मानी जा रही है. हालांकि, कांग्रेस नेतृत्व फिलहाल इस यात्रा में किसी प्रकार के दखल करने से मना कर रहा है. गौरतलब है कि सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच वर्ष 2018 से ही CM पद के लिए रस्साकशी चल रही है. इसके कारण दोनों नेताओं ने कई बार सार्वजनिक रूप से एक दूसरे के खिलाफ तल्ख बयान भी दिए हैं. अभी यात्रा शुरू करने से एन पहले सचिन पायलट ने अशोक गहलोत पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत हो रहा है कि सीएम गहलोत की नेता सोनिया गांधी नहीं, बल्कि वसुंधरा राजे हैं. सचिन ने यह बयान अशोक गहलोत की टिप्पणी की प्रतिक्रिया में आया है. दरअसल, 2 दिन पहले ही अशोक गहलोत ने दावा करते हुए कहा था कि बीते दिनों जब उनकी सरकार संकट में थी, तो वसुंधरा राजे ने उनकी सरकार बचाई. इसी दौरान उन्होंने सचिन गुट के विधायकों से अनुरोध किया था कि वह विरोधी पार्टी से मिले रुपये को वापस लौटा दें, यदि इसमें से कुछ राशी खर्च हो गई हो तो उस रकम की भरपायी वह कांग्रेस के खाते से कराने की कोशिश करेंगे. इसके जवाब में सचिन पायलट ने भी पलटवार किया था. पायलट ने कहा कि, वह और उनके साथी नेतृत्व बदलना चाहते हैं और इस संबंध में पार्टी हाईकमान को अवगत करा दिया गया है. शिवसेना में क्यों पड़ी थी फूट ? बालासाहेब ठाकरे से जुड़ी है बात, जानें 2019 से अब तक की पूरी कहानी क्या उद्धव ठाकरे को 'सियासी संजीवनी' दिलवा पाएंगे कपिल सिब्बल ? सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर सबकी निगाहें आरसीपी सिंह आज थामेंगे भाजपा का दामन, नितीश कुमार से टकराव के बाद छोड़ी थी JDU