पिनवॉर्म यानी पतले और छोटे-छोटे कीड़े, जो मनुष्यों की आंतों और पेट को संक्रमित करते हैं। जी हाँ और यह सबसे अधिक बच्चों में पाए हैं और इन्हें बच्चों के मल में आसानी से देखा भी जा सकता है। वहीं अगर सावधानी न बरती जाए तो यह बड़ी उम्र के लोगों में भी हो सकते हैं। जी हाँ लेकिन यह ऐसे होते हैं कि इन्हें कुछ घरेलू नुस्खों से ठीक किया जा सकता है, हालाँकि ये कीड़े बहुत अधिक संक्रामक होते हैं और कपड़ों से भी फैल सकते हैं। आप सभी को बता दें कि पिनवर्म इंफेक्शन इनके अंडो का दूषित खाद्य पदार्थ या पेय पदार्थों के जरिए शरीर में जाने से फैलता है। जी हाँ और एक बार शरीर में पहुंचने के बाद कुछ हफ्तों में ही यह अंडे कीड़ों में बदल जाते हैं और इन कीड़ों से शरीर के अंदर अन्य कीड़े बनने लगते हैं। आज हम आपको बताएंगे पिनवॉर्म के लक्षण और इससे बचने के घरेलू उपाय। पिनवॉर्म के लक्षण- मल में कीड़े का होना नींद की कमी चिड़चिड़ापन सोते समय गुदा में खुजली जी मिचलाना और पेट में दर्द होना घरेलू उपचार- नारियल का तेल- इसमें एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-ऑक्सीडेंट्स और एंटी-फंगल गुण होते हैं जो शरीर से को बाहर निकालने में मदद करते हैं। जी हाँ और इसके लिए आपको केवल एक चम्मच नारियल के तेल की जरूरत होगी। आप इसे रोजाना सुबह सुबह पीएं या रूई की सहायता से गुदा द्वार में लगाएं। एप्पल साइडर विनेगर- आपको बता दें कि इसमें 6% एसिटिक एसिड होता है और यह शरीर के pH बैलेंस को काफी कम कर सकता है। जी हाँ और इससे कीड़ों को पनपने में दिक्कत होती है जिस वजह से वह आपके पेट में ज्यादा समय तक जिंदा नहीं रह पाते। आप दो चम्मच एप्पल साइडर विनेगर को एक गिलास पानी में मिला कर पी लें। लहसुन- यह पिनवॉर्म इंफेक्शन को खत्म करते हैं। इसके लिए आपको केवल एक से दो लहसुन की कलियों की जरूरत है और साथ ही थोड़ी सी पेट्रोलियम जेली भी ले सकते हैं। जी हाँ और आप रोजाना इन लहसुन की कलियों को चबाएं या खाने में मिला सकते हैं। इसी के साथ आप चाहे तो लहसुन को पेट्रोलियम जेली में मिलाकर प्रभावित क्षेत्र पर लगा सकते हैं। गर्म पानी- आपको बता दें कि पिन वॉर्म काफी ज्यादा संक्रामक होते है इस वजह से आप गर्म पानी की मदद ले सकते हैं। जी हाँ क्योंकि इससे यह कीड़े बार बार नहीं आएंगे। इसके लिए आपको गर्म पानी, साबुन और डिटर्जेंट की जरूरत होती है। सारे कपड़े बर्तनों और फैब्रिक को धोने से आधा घंटा पहले गर्म पानी में भिगो दें। टी ट्री ऑयल- जी दरअसल टी-ट्री ऑयल में एंटी पैरासिटिक गुण भी होते हैं। एक या दो बूंद टी ट्री ऑयल लें और उसमें एक दो चम्मच नारियल का तेल मिक्स कर लें। आप इसे प्रभावित भाग पर अप्लाई कर सकते हैं। नींबू का रस- जी दरअसल इससे शरीर में पिन वॉर्म का रहना काफी मुश्किल हो जाता है। इसके लिए एक नींबू लें और उसे एक गिलास पानी में निचोड़ लें। वहीं अगर आपको मीठा स्वाद चाहिए तो थोड़ा सा शहद भी इसमें मिला सकते हैं। नहाने के पानी में मिलाये ये एक चीज, खुशबूदार और दमकती बनेगी स्किन चाहती हैं सुडौल और बड़े स्तन तो अपनाये ये आसान घरेलू उपाय रामनवमी के दिन मनोकामना पूर्ति के लिए करें यह उपाय