आप सभी ने अक्सर अपने घर में सुना होगा की पितृपक्ष अथवा श्राद्धों में न तो कोई शुभ काम किया जाता है और न ही किसी भी प्रकार की कोई खरीदारी. वैसे यह एक लोकमान्यता है, जिसका लोग सदियों से पीढ़ी दर पीढ़ी पालन करते आ रहे हैं. वहीं अगर बात करें हिंदू शास्त्रों और पुराणों की तो उसमे कहीं भी इस बात का कोई उल्लेख नहीं है. इसी के साथ कहा जाता है पितृपक्ष के दौरान मृत आत्माएं धरती पर आती हैं इसलिए इसे साधना का काल कहा गया है. वहीं हिंदू धर्म में किसी भी शुभ काम से पहले गणेश जी की पूजा का विधान है शायद इसी कारणवश पितृपक्ष के आरंभ से पहले गणेश चतुर्थी से लेकर अनंत चतुर्दशी तक गणपति बप्पा की पूजा धूमधाम के साथ की जाती है. इसी के साथ कहा जाता है पितृपक्ष में की गई खरीदारी से पितर नाराज हो जाते हैं अथवा खरीदा गया सामान प्रेत का अंश होता है. वहीं पितृपक्ष में बाजार ठंडा रहता है इसलिए दुकानदार ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए लुभावने ऑफर देते रहते हैं. वैसे आपको बता दें कि इस बार पितृपक्ष 2019 में बहुत सारे शुभ योग बनने वाले हैं जो बहुत ख़ास है और इस दौरान आप खरीददारी कर सकते हैं. * 15 सितंबर से लेकर 27 सितंबर तक सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा यानी आप इसका लाभ उठा सकते हैं. * 17 सितंबर को सर्वार्थ सिद्धि और अमृत सिद्धि योग बनेंगे और इस दौरान शुभ काम और शापिंग कर सकते हैं. * 21 सितंबर को श्री महालक्ष्मी व्रत समाप्त होंगे, इसके साथ-साथ सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग और रवियोग बन रहा है. ऐसे में इस दिन लेन-देन संबंधी काम हो या निवेश कर सकते हैं. * 22 सितंबर को मासिक कालाष्टमी व्रत, जीवित्पुत्रिका व्रत और श्रीमहालक्ष्मी व्रत अष्टमी तिथि में मनाया जाने वाला है और इस दिन शादी-ब्याह संबंधित अवश्यक काम कर सकते हैं. शनिवार के दिन सुबह-सुबह करें हनुमान लला की यह आरती आज बन रहा है महायोग, धन पाने के लिए करें अष्टलक्ष्मी स्तोत्र का पाठ हर दिन माँ लक्ष्मी को चढ़ाए यह फूल, धन से भर जाएगा भंडार