गुरुवार को केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) 2020 में आयोजित सत्र “सामरिक परिदृश्य: भारत” को संबोधित करते हुए कहा कि भारत के मुसलमान विश्व में किसी अन्य जगह से ज्यादा सुरक्षित हैं. गोयल ने कहा कि भारत संभवतः विश्व में सर्वाधिक समावेशी समाजों में से एक है. उन्होंने कहा, भारत ऐसा देश है जो सभी प्रकार के दृष्टिकोण और विचारों का स्वागत करता है. समान अवसर प्रदान करने के संबंध में भारत में मुसलमान विश्व के किसी अन्य जगह की अपेक्षा अधिक सुरक्षित हैं. उन्होंने कहा कि किसी भी सरकारी कार्यक्रम में किसी भी प्रकार का कोई भेदभाव नहीं किया जाता. कोरोनावायरस की चपेट में चीन, अब तक 25 की मौत, 25 भारतीय छात्र भी फंसे अपने बयान में मंत्री ने कहा, जब हम हर घर में बिजली देते हैं तो हम उनका रंग या धर्म नहीं पूछते. जब हम हर घर में शौचालय, डिजिटल तकनीक, बैंक खाते, रसोई गैस पहुंचाते हैं तो हम उनका धर्म नहीं पूछते. हमारे सभी कार्यक्रम सभी के लिए बराबर हैं. संशोधित नागरिकता कानून का बचाव करते हुए गोयल ने कहा, धार्मिक आधार पर प्रताड़ना झेल रहे लोगों की रक्षा करना भारत का कर्तव्य है. रेलवे एवं वाणिज्य और उद्योग मंत्री गोयल ने कहा कि भारत वह भूमि है जिसके पास लोकतंत्र, जनसांख्यिकी, नेतृत्व, प्रतिभा और अवसर की शक्ति है. दुष्कर्म के मामले में जेल में बंद घोषी को हाईकोर्ट ने इस वजह से दी दो दिन की पैरोल इसके अलावा उन्होंने कहा, “नागरिकता ऐसा विषय है जिसकी रक्षा प्रत्येक देश करता है, प्रत्येक देश के अपने नियम और नागरिकता कानून होते हैं जिनका विश्व सम्मान करता है.” उन्होंने कहा कि विश्व में 57 इस्लामी देश हैं और एक या दो को छोड़कर प्रत्येक देश भारत द्वारा अपने लोगों के लिए धर्म से परे जाकर किए जाने वाले कल्याणकारी कार्य का सम्मान करता है. पंजाब पानी की कमी से परेशान, सीएम ने सर्वदलीय बैठक में लिया बड़ा निर्णय आंध्रप्रदेश : तीन राजधानियां बनाने के प्रस्ताव हुआ पारित, इस परिषद ने लगाई रोक स्वामी चिन्मयानंद ने स्वास्थ्य खराब होने का दिया हवाला, हाई कोर्ट में दाखिल की पैरोल अर्जी