केंद्रीय उद्योग एवं वाणिज्‍य मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को कहा कि अमेजन पर दिए उनके बयान का गलत अर्थ निकाला जा रहा है। उन्‍होंने कहा कि नियम-कानून के तहत सभी निवेश का सरकार स्‍वागत करती है। इसके अलावा गोयल ने कहा कि ऐसे निवेश से छोटे कारोबारियों के लिए अनुचित प्रतिस्‍पर्धा उत्‍पन्‍न नहीं होनी चाहिए। संवाददाताओं ने जब अमेजन पर दिए बयान पर उनकी टिप्‍पणी जाननी चा‍ही तो पीयूष गोयल ने कहा, 'हम हर तरह के निवेश का स्‍वागत करते हैं। परन्तु किसी निवेश की बुनियाद कानून का उल्‍लंघन करती है तो फिर उसके लिए कानूनी प्रक्रिया अपनाई जा रही है । कुछ लोग सोचते हैं कि मैंने अमेजन को लेकर निगेटिव कहा है। यदि आप मेरे बयान का परिप्रेक्ष्‍य देखें तो मैंने कहा है कि निवेश नियम और कानून के तहत आने चाहिए।'गोयल ने कहा, 'भारत में ई-कॉमर्स को लेकर कुछ कानून हैं। हम उस निवेश का स्‍वागत करते हैं तो नियम के तहत आते हैं। परन्तु इस निवेश से छोटे कारोबारियों और खुदरा कारोबारियों के लिए अनुचित प्रतिस्‍पर्धा का माहौल नहीं बनना चाहिए।' इसके अलावा गुरुवार को रायसीना डायलॉग 2020 में गोयल ने कहा था कि बहरत में एक अरब डॉलर का निवेश कर अमेजन कोई एहसान नहीं कर रही है। उन्‍होंने कहा था, 'अमेजन एक अरब डॉलर निवेश कर सकती है, परन्तु यदि उन्हें अरबों का घाटा हो रहा है, तो वे उस अरब डॉलर का इंतजाम भी कर रहे होंगे। इसीलिए ऐसा नहीं है कि अमेजन एक अरब डॉलर का निवेश कर भारत पर कोई एहसान कर रही है।' बुधवार को अमेजन के संस्‍थापक जेफ बेजोस ने भारत में एक अरब डॉलर यानी करीब 7,092 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की थी। GST धांधली को लेकर मोदी सरकार का बड़ा एक्शन, 40000 कंपनियों पर गिरेगी गाज ! चौथी अमेरिकी कंपनी बनी अल्फाबेट, छुआ एक लाख करोड़ डॉलर का मार्केट कैप अमेज़न के चीफ जेफ बेजोस पहुंचे भारत, मझौले उद्योगों में इस रकम को करेंगे निवेश