अपने महत्वपूर्ण मामलों पर चर्चा के लिए वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के नेतृत्व में चार राज्यों के मुख्यमंत्री और कारोबारी प्रतिनिधिमंडल 11 से 13 अगस्त तक रूस के व्लादिवोस्तोक की यात्रा करेगा. यह प्रतिनिधिमंडल विभिन्न क्षेत्रों में रूस और भारत के सहयोग पर विचार-विमर्श करेगा.इस उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल में गुजरात, हरियाणा, गोवा और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री तथा कारोबारी प्रतिनिधिमंडल शामिल होंगे. इस कार्यक्रम में मेटल, ऑयल, टिंबर, फूड प्रोसेसिंग आदि क्षेत्रों में प्रगति के लिए विशेष सेशन भी होंगे. आइए जानते है पूरी जानकारी विस्तार से RCP सिंह ने दिया बड़ा बयान, जानिए क्या है मामला मीडिया रिपोर्ट के अनुसार वाणिज्य और उद्योग मंत्री के इस दौरे का आयोजन पूर्वी आर्थिक फोरम की पांचवीं बैठक में भाग लेने के लिए सितंबर में पीएम मोदी की व्लादिवोस्तोक यात्रा से पहले किया जा रहा है. भारत प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध क्षेत्र में निवेश के लिए अनुकूल रूस के रुख से लाभान्वित होना चाहता है. जानकारी अनुसार गोयल की यात्रा से सहयोगी परियोजनाओं पर बड़ी घोषणाएं होंगी. रूस के सुदूर पूर्व क्षेत्र की आर्थिक सफलता के लिए भारतीय निकाय पहले से ही बिजली, कोयला, तेल और गैस जैसे प्रमुख क्षेत्रों में लगे हुए हैं. सियासत में उतरेंगे टेनिस के ये दो दिग्गज खिलाड़ी आपकी जानकारी के लिए बता दे कि प्रतिनिधिमंडल में व्यापार हितधारकों के 125 से अधिक प्रतिनिधि शामिल हैं. जो हीरे और दुर्लभ धातुओं, रेलवे, कृषि, खाद्य प्रसंस्करण, तेल और गैस, कोयला और बिजली, और फार्मास्यूटिकल्स के खनन और प्रसंस्करण के अवसरों पर रूसी समकक्षों के साथ बातचीत करेंगे.यह एक अंतरराष्ट्रीय मंच है. इस बैठक हर साल रूस के व्लादिवोस्तोक में की जाती है और इसका उद्देश्य रूस के सुदूर पूर्व क्षेत्र के आर्थिक विकास और में सहयोग देना और एशिया प्रशांत क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय सहयोग का विस्तार करना है. पीयूष गोयल के इस यात्रा से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों में और मजबूती लाने का माहौल बनेगा. जम्मू कश्मीर में तेजी से सामान्य हो रहे हालात, गवर्नर मलिक बोले - बिना खौफ के ईद मनाने की कोशिश करतारपुर कॉरिडोर निर्माण को लेकर 'हरसिमरत' कौर ने कांग्रेस नेता पर लगाया संगीन आरोप Article 370 : मामला पहुंचा सुप्रीम कोर्ट, सामने आई बड़ी मांग