कोलकाता: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी (दीदी) की टीएमसी की पराजय में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके प्रशांत किशोर की एनसीपी प्रमुख शरद पवार से भेंट के पश्चात् कई अटकलें लगाई जाने लगीं। प्रशांत किशोर (पीके) की पवार के साथ हुई बैठक के पश्चात् अनुमान लगने लगा था कि शायद पार्टी उन्हें कोई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दे सकती है। हालांकि, अब इन अटकलों पर स्वयं एनसीपी नेता तथा महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने विराम लगा दिया है। मलिक ने स्पष्ट कर दिया है कि प्रशांत को एनसीपी में कोई भी जिम्मेदारी नहीं दी गई है। साथ-साथ मलिक ने यह भी बताया है कि भाजपा के खिलाफ देश की तमाम विपक्षी पार्टियां एकजुट होने जा रही हैं। आखिर पवार से क्यों मिले प्रशांत किशोर? एनसीपी प्रवक्ता तथा अल्पसंख्यक मंत्री नवाब मलिक ने पवार तथा पीके की बैठक के बारे में बताया, प्रशांत किशोर एक सियासी रणनीतिकार हैं। उनका एक अलग तजुर्बा है। उन्होंने शरद पवार को उस तजुर्बे तथा देश के राजनीतिक हालात से अवगत कराया है। मलिक ने आगे बताया कि पवार देश के सभी विपक्षी दलों को एकत्रित करना चाहते हैं तथा उन्होंने इसे जाहिर भी किया है। वहीं, बंगाल चुनाव पर चर्चा करते हुए एनसीपी नेता ने बताया, पश्चिम बंगाल चुनाव से पहले शरद पवार को बंगाल जाना था, मगर सेहत खराब होने की वजह से वे नहीं जा सके, मगर देश की कई विपक्षी पार्टियां एकत्रित होने जा रही हैं। नवाब मलिक ने साल किया कि एनसीपी भाजपा के खिलाफ एक मजबूत मोर्चा बनाने का प्रयास कर रही है तथा निकट भविष्य में ऐसा किया जाएगा। साढ़े तीन घंटे चली थी 'पीके'-पवार के बीच बैठक:- तमाम प्रदेशों में बढ़ रही राजनैतिक सरगर्मी के बीच पिछले दिन एनसीपी प्रमुख शरद पवार तथा प्रशांत किशोर के बीच भेंट हुई थी। दोनों के बीच यह बैठक लगभग साढ़े तीन घंटे तक चली थी। मुंबई में पवार के घर पर हुई इस भेंट के पश्चात् कई प्रकार के अनुमान लगाए जाने लगे थे। हालांकि, बैठक को लेकर तत्काल कोई कॉमेंट नहीं किया गया था, मगर माना जाने लगा था कि दोनों की मुलाकात क्या वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों को लेकर हुई है? तेलंगाना के पूर्व मंत्री एटाला राजेंद्र जल्द ही सौपेंगे इस्तीफ़ा धारा 370 पर दिग्विजय सिंह का ऑडियो वायरल, फ़ारूक़ अब्दुल्ला बोले - आपका आभारी हूँ राजस्थान के मंत्री बीडी कल्ला बोले- बच्चों को लगना चाहिए थे वैक्सीन, बुजुर्गों को क्या है...