क्या कोई आम इंसान किसी दूसरे इंसान का मांस खा सकता है? वो भी तब जब वह बहुत समय से भूख हो, और उसके पास खाने के लिए कुछ भी न हो। एक प्लान क्रेश में सवारी करने वाले पेट्रो अल्गोर्टो का कहना है कि जब आपके पास खाने को कुछ नहीं बचा हो तो जिंदा रहना मुख्य काम हो जाता है। ऐसे में कुछ भी खाना पड़ सकता है। वे खुद इंसान का मांस खा चुके हैं। पेड्रो अल्गोर्टो स्टेला मैरिस कॉलेज रग्बी टीम के सदस्य थे। 13 अक्टूबर 1972 को यह टीम मैच खेलने के लिए फ्लाइट में सवार थे। फ्लाइट मोंटेवीडियो (उरुग्वे) से सैंटियागो (चिली) जा रही था। खराब मौसम और तकनीकी दिक्कत के कारण जहाज चिली और अर्जेंटीना के बॉर्डर पर क्रैश हो गया। इसके बाद 3 देशों की सर्च टीमों द्वारा फ्लाइट में सवार 45 लोगों को 11 दिनों तक ढूंढा गया, लेकिन कुछ पता नहीं चल सका। लगभग 71 दिन बाद बाद फ्लाइट में सवार 16 जिंदा लोग ढूंढ़े जा सके। इन लोगों ने तब कहा था कि वे जीवित रहने के लिए अन्य मृत यात्रियों का मांस खाते थे। बाद में पेड्रो का कई इंटरनेशनल मीडिया में इंटरव्यू छपा था। इन्होंने ली मगरमच्छ के साथ सेल्फी OMG..7 करोड़ का एक आलू