पूरे देशभर में गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया गया. हर राज्य में उत्कृष्ठ कार्य करने वालों को पुरस्कारों और मैडल से नवाजने की परंपरा भी रही है. लेकिन इस बार हिमाचल प्रदेश के नाहन जिले में गणतंत्र दिवस पर अनूठे तरीके से सम्मान समारोह आयोजित किया जाएगा. यहाँ प्रतिवर्ष की तरह पुरस्कार और मैडल ना देकर सम्मान का अनोखा तरीका आज़माया जाएगा. नाहन के जिला प्रशासन ने तय किया है की इस बार लोगों को सम्मान के रूप में पौधे और किताबें दी जाएगी. ऐतिहासिक चौगान मैदान में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह की थीम इस बार पर्यावरण संरक्षण रखी गई है. जिसके तहत जिला प्रशासन द्वारा प्रतिभागी बच्चों को मैडल और पुरस्कार के बजाय उपहारस्वरूप पौधे दिये जाएंगे. किसी राष्ट्रीय समारोह में इनाम के रूप में पौधे देने का यह कार्य पहली बार होगा. इसके पहले प्रतिवर्ष गणतंत्र दिवस पर बच्चों और उत्कृष्ट काम करने वालों को नगद पुरस्कार दिए जाते रहे हैं. डीसी सिरमौर ललित जैन ने बताया कि पुरस्कार के रूप में बच्चों को एक-एक औषधीय पौधा जैसे जामुन, नीम और आंवला के पौधे दिए जाएंगे और साथ ही किताबें भी दी जाएंगी. आज के कार्यक्रम में नौहराधार तहसील की देवना पंचायत के बुजुर्ग मीन सिंह को भी सम्मानित किया जाएगा. मीन सिंह ने एक लाख से अधिक पौधे रोपकर पर्यावरण संरक्षण का महत्वपूर्ण कार्य किया है . महिला शक्ति ने भी दिखाया राजपथ पर अपना दम गणतंत्र दिवस: -30 डिग्री में 18 हजार फीट पर भी तिरंगे की शान गणतंत्र दिवस 2018: पहली बार दिखेगी 'मन की बात' की झांकी