फाल्गुन माह की पूर्णिमा को होली का त्यौहार मनाया जाता है। इस दिन का न सिर्फ धार्मिक वरन आध्यात्मिक महत्व भी है। वही इस बार होली बुधवार, 8 मार्च, 2023 को मनाई जाएगी। यह हिंदू कैलेंडर के सबसे बड़े त्योहारों में से एक है। इसे रंगों का त्योहार भी बोला जाता है। मगर कई लोग इस बात से डरते हैं कि कहीं कोई रंग नुकसान ना कर दें। इससे अच्छा है आप बाहर से ना खरीदते हुए घर में ही कलर बना लें। नैचरल तरीके से बनाएग गए रंग आपको हर समस्या से बचाएंगे। आज हम आपको बता रहे हैं कि घर पर ही ऐसे रंग बनाए जा सकते हैं जो नुकसान नहीं पहुंचाएंगे। चंदन से बने कलर:- चंदन से बना रंग स्किन के लिए बिलकुल भी हानिकारक नहीं है। इससे सुर्ख लाल एवं मुल्तानी रंग बनते हैं। लाल सूखा रंग बनाने के लिए लाल चंदन की लकड़ी के पाउडर में सूखे लाल गुड़हल के फूल पीसकर मिलाएं। गीला लाल रंग बनाने के लिए चार चम्मच लाल चंदन पाउडर को पांच लीटर पानी में डालकर उबालें तथा इसे 10 लीटर पानी में मिलाकर डाइल्यूट करें। अनार के दानों को पानी में उबालने से भी गाढ़ा लाल रंग आता है। इन रंगों से बच्चे होली खेलेंगे तो इससे किसी नुकसान का डर भी नहीं है। फूलों से बनेगा खुशबू वाला गुलाल:- होली के रंग फूलों से भी बनते हैं। इसके लिए गुड़हल एवं सेमल के फूलों से गहरा नारंगी एवं हल्का लाल रंग तैयार किया जा सकता है। फूल तोड़ने के पश्चात् साफ करें और सूखने दें। होली से एक दिन पहले इसे बाल्टी में या फिर बोतल में डालकर इसमें पानी भर दें। इन्हें अब पूरी रात के लिए छोड़ दें। यह गहरा नारंगी रंग तैयार हो जाएगा। इससे खुशबू भी आएगी। घर में नेचरल कलर बनाकर होली के अवसर पर अपने दोस्तों एवं रिश्तेदारों को यह रंग तोहफे में भी सकती हैं, जिससे सभी अच्छे रंगों से होली खेलें। चैत्र नवरात्रि में घटस्थापना की अवधि मात्र 01 घंटा 09 मिनट, यहाँ जानिए शुभ मुहूर्त सूख गया है तुलसी का पौधा तो तुरंत अपना लें ये चमत्कारी उपाय कब है निर्जला वट सावित्री व्रत? जानिए तारीख और शुभ मुहूर्त