नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल में अगले साल प्रस्तावित विधानसभा चुनाव को लेकर अभी से तैयारियां आरंभ हो चुकी हैं। वहीं, सियासी गलियारों को इस बात की चर्चा है कि बंगाल में चुनावों के दौरान राजनीतिक हिंसा हो सकती है। इसके मद्देनजर शीर्ष अदालत में एक याचिका दाखिल की गई है, जिसमें पश्चिम बंगाल में 2021 में प्रस्तावित चुनाव को स्वतंत्र और निष्पक्ष करवाया जाना सुनिश्चित किए जाने की मांग की गई है। इसमें मांग की गई है कि राज्य में विपक्षी दलों के नेताओं की सुरक्षा भी सुनिश्चित की जाए। उल्लेखनीय है कि हाल ही में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा चुनाव प्रचार के लिए बंगाल दौरे पर पहुंचे थे। इस दौरान उनके काफिले पर हमला किया गया था। इस काफिले में भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की कार भी मौजूद थी। पथराव के कारण विजयवर्गीय चोटिल हो गए थे। इसे लेकर सूबे में जमकर सियासी बवाल भी मचा था। भाजपा ने इसके लिए सीधे टीएमसी कार्यकर्ताओं पर आरोप लगाया था। वहीं, केंद्र सरकार ने पथराव के बाद सूबे के मुख्य सचिव और DGP को तलब किया। हालांकि, दोनों ही अधिकारियों ने गृह मंत्रालय द्वारा दिए गए आदेश का उल्लंघन किया और मंत्रालय नहीं पहुंचे। ऐसे में अब माना गया कि इससे राज्य और केंद्र सरकार के बीच प्रशासनिक और कानूनी लड़ाई शुरू हो सकती है। MCX गोल्ड वॉच: सोने की कीमतों में गिरावट, चांदी का रहा ये हाल जो बाइडन ने विनय रेड्डी को नियुक्त किया भाषण लेखक MCX गोल्ड वॉच: सोने की कीमतों में गिरावट, चांदी का रहा ये हाल