नई दिल्ली: कोरोना महामारी का कहर देश के हर कोने में लगातार जारी है. इसी महासंकट के बीच उत्तर प्रदेश में हुए पंचायत चुनाव के परिणाम 2 मई को आने हैं. किन्तु शुक्रवार को सर्वोच्च न्यायालय में एक याचिका दाखिल की गई है, इसमें वोटों की गिनती पर रोक लगाने की मांग की गई है. इस याचिका में शीर्ष अदालत उत्तर प्रदेश सरकार और राज्य के चुनाव आयोग को नोटिस भेजा है. शनिवार सुबह 10.30 बजे इस मामले की सुनवाई की जाएगी. याचिकाकर्ता की अपील है कि पंचायत चुनाव संपन्न हो चुका है, लेकिन वोटों की गिनती होनी बाकी है. पंचायत चुनावों के दौरान कोरोना के कई केस आए हैं, ऐसे में अभी के हालात को देखते हुए मतगणना पर रोक लगानी चाहिए. बता दें कि यूपी में पंचायत चुनाव चार चरणों में पूरे हुए हैं, जिनके परिणाम 2 मई को आने हैं. पंचायत चुनाव के दौरान ड्यूटी में लगे कई लोग, चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार कोरोना की चपेट में आए हैं. उत्तर प्रदेश के अलावा महाराष्ट्र में भी पंचायत चुनाव को लेकर याचिका दाखिल की गई थी. शीर्ष अदालत ने राज्य के चुनाव आयोग को स्थिति का आंकलन कर रिपोर्ट देने के लिए कहा है. वहीं, राज्य के चुनाव आयोग ने कोर्ट को बताया है कि कोविड के हालात को देखते हुए पंचायत चुनाव को 2 महीने स्थगित करने का प्रस्ताव है। अंतरराष्‍ट्रीय कॉमर्शियल पैसेंजर फ्लाइट्स पर बैन 31 मई तक बढ़ा, DGCA गाइडलाइन्स जारी राहुल बजाज ने Bajaj Auto के चेयरमैन पद से दिया इस्तीफा, ये होंगे नए चेयरमैन भारत ने 31 मई तक बढ़ाया अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का निलंबन