सावन का महीना भोलेनाथ का प्रिय महीना कहा जाता है. इस महीने में जो भोलेनाथ का पूजन करता है उसे सब सुख मिलते हैं. ऐसे में आप सभी को हम यह भी बता दें कि प्रभु भोलेनाथ के पूजन में अभिषेक व बिल्वपत्र का प्रथम स्थान माना गया है. कहा जाता है अगर उनको बिल्वपत्र चढ़ाये जाए और उनका अभिषेक किया जाए तो बड़ा लाभ होता है. केवल इतना ही नहीं बल्कि ऋषियों ने तो यह तक कहा है कि 'बिल्वपत्र भोले-भंडारी को चढ़ाना एवं 1 करोड़ कन्याओं के कन्यादान का फल एक समान है.' ऐसे में आप सभी को हम यह भी बता दें कि बेल का वृक्ष जिसके घर में होता है वहां संपूर्ण सिद्धियों का आश्रय स्थल बन जाता है. जिस घर में यह होता है वहां सुख समृद्धि बनी रहती है. इसी के साथ कहते हैं इस वृक्ष के नीचे स्तोत्र पाठ या जप करने से उसके फल में अनंत गुना की वृद्धि हो जाती है. इसके अलावा जल्द ही सिद्धि भी मिल जाती है. केवल इतना ही नहीं कहा जाता है इसके फल की समिधा से लक्ष्मी का आगमन होने लगता है और इसको खाने से कान के साथ ही कई प्रकार के रोगों से राहत मिलती है. जी दरअसल बिल्व पत्र को सभी देवी-देवताओं को अर्पित करने का विधान शास्त्रों में बताया गया है जो इस प्रकार है- 'न यजैद् बिल्व पत्रैश्च भास्करं दिवाकरं वृन्तहीने बिल्वपत्रे समर्पयेत' इसके अनुसार भगवान सूर्यनारायण को भी पूरी डंडी तोड़कर बिल्वपत्र अर्पित किया जाता है. इसके अलावा यदि साधक स्वयं बिल्वपत्र तोड़ें तो उसे ऋषि आचारेन्दु के द्वारा बताए इस मंत्र का जप करना चाहिए- 'अमृतोद्भव श्री वृक्ष महादेवत्रिय सदा. गृहणामि तव पत्राणि शिवपूजार्थमादरात्..' इससे लाभ बढ़ जाता है. आज खुलेंगे इन राशि वालों के भाग्य, जानिए केसा होगा आपका राशिफल अगर आप भी रखती हैं खुले बाल तो आज ही पढ़ ले यह खबर सावन में शिवपुराण के अनुसार करने चाहिए यह सरल टोटके