नईदिल्ली। असम में आई बाढ़ से उपजे विपरीत हालात का निरीक्षण करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 1 अगस्त को राज्य का दौरा करेंगे। मिली जानकारी के अनुसार असम में बाढ़ से करीब 79 लोगों की मौत हो चुकी है। यहाॅं पर राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने बाढ़ प्रभावितों की सहायता हेतु अपने एक माह का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में दिया है। तो दूसरी ओर कई क्षेत्र डूब की जद में आ चुके हैं। हालात ये है कि असम के ही साथ गुजरात, राजस्थान, पश्चिम बंगाल और हिमाचल प्रदेश समेत अन्य राज्य तक बाढ़ से प्रभावित हैं। गुजरात के बनासकांठा में तो हालात बेहद खराब हैं यहां पर हर ओर जल ही जल नज़र आ रहा है। बाढ़ से हुए नुकसान का आंकलन करने के लिए तीन केंद्रीय मंत्रियों ने राज्य का दौरा किया। दूसरी ओर राजस्थान के बाड़मेर में भी बाढ़ से हालात बेहाल हैं। हिमाचल प्रदेश में तो बारिश के चलते भूस्खलन हो गया। पश्चिम बंगाल में 3 और लोग मारे गए हैं। हालांकि असम में बाढ़ का पानी कम हो गया है मगर करीब 6 जिले बाढ़ की चपेट में हैं। माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले माह की पहली ही तारीख को अर्थात् 1 अगस्त को असम का दौरा करेंगे। हालांकि दिल्ली में बारिश नहीं हो रही है। यहां पर तापमान करीब 35 डिग्री सेंटीग्रेट पर पहुंच गया है। राजस्थान में बाढ़ और तेज बारिश से लोग बेहाल हैं यहां के कुछ क्षेत्रों में पानीभर गया है। लोगों को प्रभावित क्षेत्रों से निकालकर राहत शिविरों और सुरक्षित स्थलों की ओर ले जाया जा रहा है। भारी बारिश और जवाई बांध से छोड़ा गया पानी जालोर और आसपास के इलाकों में घुस गया। शनिवार की शाम बांध से 70000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। यह बांध पश्चिमी राजस्थान में सबसे बड़ा है। भारी बारिश की वजह से पाल और सिरोही जिलों में जनजीवन प्रभावित हुआ जहां कई गांव हाई अलर्ट पर है और राहत और बचाव कार्य चल रहा है। जालोर के कलेक्टर ने कहा कि जालोर में कई गांवों में बाढ़ आ गई है और कुछ सड़कें बह गईं। राहत कार्य चल रहा है। बाढ़ के पानी से बच्चे को बचाने के लिए लिया पोलिथीन का सहारा, हो गई मौत पश्चिम बंगाल की बाढ़ में मदद के लिए ममता राजनाथ से मिलीं राजस्थान में बारिश के कारण हालात गंभीर, सेना राहत कार्य में जुटी गुजरात बाढ़ प्रभावितों को पीएम मोदी का 500 करोड़ का राहत पैकेज, हरसंभव मदद का भरोसा