आप सभी इस बात से वाकिफ हैं कि इस समय हम सभी के ऊपर कोरोना वायरस का खतरा बना हुआ है और हम सभी इससे लड़ाई के लिए अपने-अपने घरों में कैद हैं. ऐसे में बीते शुक्रवार को पीएम मोदी ने सुबह 9 बजे सभी देशवासियों से 5 अप्रैल के रात के 9 मिनट मांगे वह भी रात के9 बजे. जी दरअसल उन्होंने बीते शुक्रवार को कहा कि, ''5 अप्रैल को सभी भारतवासियों को कोरोना के संकट को अंधकार से चुनौती देने के लिए एक एक दीपक जलाना होगा. जी हाँ, उन्होंने अपील की, ''5 अप्रैल को रात 9 बजे 130 करोड़ देशवासी 9 मिनट के लिए अपने घर की सभी लाइट बंद करके बालकनी या दरवाजे में खड़े होकर दीपक, मोमबत्ती, टॉर्च या अपने फोन की फ्लैश लाइट जलाएं.'' खैर ज्योतिष में दीया जलाने के कई फायदे हैं और दीया जलाने से सारी नकारात्मता दूर हो जाती है. ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं पीएम के 5 अप्रैल रात 9 बजे को चुनने के क्या कारण हो सकते हैं. 5 अप्रैल रात 9 बजे को चुनने का यह हो सकता है कारण- आप सभी को पहले तो यह बता दें कि 5 अप्रैल 2020 को रात्रिकाल यानी कि रात नौ बजे पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र बन रहा है, इससे सिंह राशि बनती है और सिंह राशि का अधिपति सूर्य माना जाता है. आप सभी जानते ही हैं कि सूर्य परमेश्वर की ज्योति का प्रतिनिधित्व करने वाले देवता माने जाते हैं और वह संसार में अंधकार से प्रकाश की स्थापना करते हैं. एक कारण यह भी हो सकता है कि पीएम मोदी ने 5 अप्रैल रात 9 बजे दीया जलाने के बारे में कहा. केवल इतना ही नहीं 5 अप्रैल को रात्रि 9 बजे चैत्र माह शुक्ल पक्ष में त्रयोदशी तिथि, पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र में तुला लग्न और सिंह राशि का चंद्रमा गोचर मे होगा और उस समय श्री अनंग त्रयोदशी भी है. आप तो जानते ही होंगे अनंग अर्थात मंगल. इस कारण भी दीया जलाना शुभ होगा. आत्मबल का प्रतीक है दीया - आप सभी ने सुना ही होगा. उत्साहो बलवानार्य नास्त्युत्साहात्परं बलम्. सोत्साहस्य हि लोकेषु न किंचिदपि दुलर्भम्.. अर्थ - उत्साह बड़ा बलवान होता है, उत्साह से बढ़कर कोई बल नहीं होता है. उत्साही पुरुष के लिए संसार में कुछ भी दुर्लभ नहीं है. केवल इतना ही नहीं वाल्मीकि रामायण के किष्किंधा कांड का यह श्लोक भी दीपक प्रज्वलन परंपरा के मूल में है. इसी के साथ दीप ज्योति को श्रेष्ठ और विष्णु कहा गया है और इसे पापों को हरने वाला माना जाता है. आपकी उम्र बढ़ा सकता है क्रिस्टल का बना कछुआ आज महालाभ के लिए आप भी कर सकते हैं भगवान श्रीहरि विष्णु के पवित्र मंत्र का जाप कामदा एकदशी के दिन जरूर जानिए विष्णु सहस्रनाम से होने वाले लाभ