नई दिल्ली: मंगलवार, 2 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के जवाब में लोकसभा को संबोधित किया, जिसमें विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर हिंदुओं के बारे में उनकी विवादास्पद टिप्पणी को लेकर सीधा हमला बोला गया। मोदी ने गांधी की टिप्पणियों की निंदा करते हुए कहा कि हिंदुओं का “अपमान” सदियों तक नहीं भुलाया जाएगा। मोदी ने अपना आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा, "कहा गया कि हिंदू हिंसक होते हैं। क्या यही आपका चरित्र है? यह देश सदियों तक इसे नहीं भूलेगा। कुछ दिन पहले ही हिंदुओं में शक्ति को खत्म करने की घोषणा की गई। यह देश सदियों से शक्ति की पूजा करता आ रहा है। उन्होंने हिंदू आतंकवाद शब्द गढ़ा। उनके सहयोगी ने हिंदू धर्म की तुलना डेंगू और मलेरिया से की और उन्होंने ताली बजाई। यह देश उन्हें कभी माफ नहीं करेगा। यह हिंदुओं और उनकी परंपराओं का अपमान करने की एक सुनियोजित रणनीति के तहत किया जा रहा है। उन्होंने इसे एक फैशन बना दिया है और अपने राजनीतिक लाभ के लिए ऐसा कर रहे हैं।" एक भावुक और आक्रामक भाषण में मोदी ने विपक्ष और कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधा और भाजपा सरकार की तुष्टिकरण की बजाय संतुष्टिकरण के प्रति प्रतिबद्धता पर जोर दिया। इस दौरान इंडिया ब्लॉक के सांसदों ने नारेबाजी जारी रखी। राहुल गांधी ने पहले भी हिंदू पहचान वाले लोगों पर हिंसा को बढ़ावा देने का आरोप लगाया था, जिस पर सत्ता पक्ष ने हंगामा किया था। मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गांधी की टिप्पणी पर आपत्ति जताई थी। राहुल गांधी ने कहा था, "अभयमुद्रा कांग्रेस का प्रतीक है...अभयमुद्रा निर्भयता का संकेत है, आश्वासन और सुरक्षा का संकेत है, जो डर को दूर करता है और हिंदू धर्म, इस्लाम, सिख धर्म, बौद्ध धर्म और अन्य भारतीय धर्मों में दिव्य सुरक्षा और आनंद प्रदान करता है। हमारे सभी महापुरुषों ने अहिंसा और भय को खत्म करने की बात कही है। लेकिन, जो लोग खुद को हिंदू कहते हैं, वे केवल हिंसा, घृणा, असत्य की बात करते हैं... आप हिंदू हो ही नहीं..." तमिलनाडु में कोचिंग सेंटर पर बैन ! DMK सरकार को मिला नई शिक्षा नीति का मसौदा 'झारखंड विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करेगी भाजपा..', केंद्रीय मंत्री पबित्र मार्गेरिटा ने जताया भरोसा 'हमारा एक ही लक्ष्य है 'राष्ट्र प्रथम..', लोकसभा में विपक्ष के नारों के बीच पीएम मोदी का संबोधन