नई दिल्ली: गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) ने कांग्रेस (Congress) पार्टी का दामन छोड़ दिया है। गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है। गुलाब नबी आजाद ने सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को 5 पन्नों के पत्र भी लिखा है। आजाद ने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) एवं सोनिया गांधी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। आपको बता दें कि गुलाम नबी आजाद की प्रशंसा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) भी कर चुके हैं। गुलाम नबी आजाद की जब राज्यसभा से विदाई हुई थी तब पीएम मोदी ने सदन में उनकी प्रशंसा की थी तथा इसके चलते वो भावुक हो गए थे। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि गुजरात के लोगों को जब जम्मू-कश्मीर में आतंकियों ने मार दिया तब सबसे पहले मुझे गुलाम नबी आजाद का फोन आया। वो फोन केवल खबर देने का नहीं था। फोन पर उनके आंसू रुक नहीं रहे थे। उस वक़्त प्रणब मुखर्जी मंत्री थे। तो मैंने उनसे बोला कि यदि शवों को लाने के लिए हेलिकॉप्टर मिल जाए क्योंकि रात बहुत हो गई थी। तब प्रणब मुखर्जी ने बोला था कि आप चिंता मत करिए, मैं इंतजाम करता हूं। किन्तु रात में फिर गुलाम नबी आजाद का फोन आया। वो उस समय हवाईअड्डे पर थे। उस रात को उन्होंने मुझे हवाईअड्डे से फोन किया। जैसे कोई अपने परिवार के सदस्य की चिंता करता है उन्होंने वैसे उनकी चिंता की। पद सत्ता जीवन में आती रहती है, किन्तु उसको कैसे पचाना है, ये गुलाम नबी आजाद से सीखना चाहिए। बता दें कि गुलाम नबी आजाद ने आज (शुक्रवार को) जो चिट्ठी सोनिया गांधी को लिखी उसमें कांग्रेस की गलतियों को उजागर किया है। गुलाम नबी आजाद ने लिखा कि राहुल गांधी ने पार्टी में सलाहकार तंत्र को समाप्त कर दिया। इसके अतिरिक्त वरिष्ठ और अनुभवी नेताओं ने दरकिनार किया। अध्यादेश का फाड़ना राहुल गांधी की अपरिपक्वता का सबसे बड़ा उदाहरण था। राहुल गांधी ने पीएम पद की गरिमा को ठेस पहुंचाई। 'संन्यास लेने का समय आ गया', इस मशहूर क्रिकेटर का वीडियो वायरल होते ही मच गया बवाल भाजपा में शामिल होंगे गुलाम नबी आजाद!, BJP नेता बोले- 'उनका स्वागत है' एक महीने से 100 फीट ऊंचे ताड़ के पेड़ पर रह रहा पति, वजह कर देगी हैरान