सरहद पर पाकिस्तान अपने मंसूबे जाहिर कर रहा है और भारतीय सेना उसे हर बार मुहतोड़ जवाब दे रही है. इसी बीच साल 2017 से अब तक सीजफायर उल्लंघन की सेकड़ो नाकाम कोशिश करने वाले पाकिस्तान को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत और पाकिस्तान आपस में काफी लड़ चुके हैं. अब दोनों मुल्कों को गरीबी और बीमारी से लड़ना चाहिए. उन्होंने कहा कि मैं पाकिस्तान के लोगों से सीधे कहना चाहता हूं कि क्या हमें गरीबी से नहीं लड़ना चाहिए? क्या हमें निरक्षरता से नहीं लड़ना चाहिए? क्या हमें बीमारी से नहीं लड़ना चाहिए. अगर हम इनसे साथ मिलकर लड़ेंगे तब हम जल्दी जीतेंगे. उन्होंने कहा कि भारत का प्रयास पाकिस्तान को अलग-थलग करने की बजाए आतंकवाद को हराने के लिए दुनिया की ताकतों को एकजुट करने का है.' पीएम मोदी ने कहा कि यह धारणा गलत है कि देश की विदेश नीति पाकिस्तान पर आधारित है. उन्होंने कहा कि आतंकवादियों के प्रति सहानुभूति रखने वालों के खिलाफ दुनिया एकजुट है. अगर आप यह सोचते हैं कि हम एक देश को अलग-थलग करने के लिये दुनिया में इतना कठिन परिश्रम कर रहे हैं, तब यह गलत है. हां, दुनिया आतंकवाद की बुराई का सामना कर रही है.' मोदी ने कहा कि मैं उनका स्वागत करता हूं. जो भी आतंकवाद के खिलाफ कोई कदम उठायेगा, मैं उसका स्वागत करूंगा, उनकी प्रशंसा करूंगा क्योंकि मेरा देश 40 वर्षों से आतंकवाद से पीड़ित है. निर्दोष लोग मारे जा रहे हैं. दुनिया में आतंकवाद के खत्मे की जरूरत है. दावोस के बड़े मंच पर भारत का परचम नरेंद्र मोदी को पद का अहंकार हो गया है-अन्ना हजारे मोदी ने कहा बजट लोक लोक-लुभावन नहीं होगा