नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी मार्च के पहले सप्ताह में 40 देशों के विदेश मंत्रियों से औपचारिक-अनौपचारिक बातचीत करने वाले हैं। G-20 और रायसीना डायलॉग के बैनर तले होने वाली इस मीटिंग में रूस-यूक्रेन युद्ध अधिक चर्चा में रहेगा। हालांकि, यूक्रेन इस बैठक का हिस्सा नहीं है, मगर रूस के बहाने उस पर चर्चा होने की संभावना जरूर है। बता दें कि, हाल ही में अमेरिका के राष्रपति जो बाइडेन ने भी यूक्रेन का दौरा किया है। बताया जा रहा है कि इस मीटिंग में भारत, रूस-यूक्रेन युद्ध को ख़त्म करने का फॉर्मूला पेश कर एक बड़ी पहल कर सकता है। बता दें कि, G-20 मुख्यत: आर्थिक विकास को रफ़्तार देने का मंच है, मगर रूस पर लगे प्रतिबंध और भारत जैसे देशों द्वारा रूस से तेल खरीदने को लेकर सियासी चर्चा हो सकती है। इसी बैठक में सितंबर में होने वाले शिखर सम्मेलन का एजेंडा तैयार होगा। श्रीनगर में G-20 के पर्यटन को लेकर मीटिंग होगी। हालांकि, इसका आधिकारिक ऐलान नहीं किया गया है। मगर, सूत्रों का कहना है कि श्रीनगर में इसके लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं। बैठक मई में संभावित है। इसे जम्मू-कश्मीर में चुनाव के आस-पास आयोजित किया जाना है। बता दें कि, अनुच्छेद 370 हटने के बाद पहले चुनावों में विदेशी प्रतिनिधियों को यह संदेश दिया जाएगा कि जम्मू-कश्मीर किस तरह विकास की दिशा में आगे बढ़ रहा है। पाकिस्तान ने चीन के डिप्लोमेटिक चैनल के माध्यम से श्रीनगर में G-20 की मीटिंग रुकवाने की खासी कोशिश की थी, लेकिन वह नाकाम रहा। आज 7 लाख करोड़ का बजट पेश करेगी योगी सरकार, किसान-नौजवान पर रहेगा फोकस क्या दिल्लीवालों को गर्मी से मिलेगी राहत ? मौसम विभाग ने जताया ये अनुमान शराब घोटाले के बाद अब जासूसी कांड में भी घिरे मनीष सिसोदिया, गृह मंत्रालय ने CBI जांच को दी मंजूरी