चेन्नई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार (19 मार्च, 2024) को तमिलनाडु के सेलम को एक रैली को संबोधित करते हुए भाजपा नेता ऑडिटर रमेश की हत्या का जिक्र किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि सेलम में उनकी आत्मीयता केएन लक्ष्मणन से भी थी, जो प्रदेश भाजपा इकाई के अध्यक्ष रहे। पीएम मोदी ने याद किया कि किस तरह ऑडिटर रमेश ने तमिलनाडु में भाजपा के विस्तार में अहम भूमिका निभाई, इमरजेंसी (1975-77) के दौरान संघर्ष किया, कई स्कूल शुरू करवाए। इसके बाद पीएम मोदी की आँखें नम हो गईं। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज जब वो सेलम आए हैं तो ऑडिटर रमेश की याद आनी स्वाभाविक है। इसके बाद कुछ देर तक उनके गले से शब्द नहीं निकले। कुछ देर बाद उन्होंने कहा कि, “दुर्भाग्य से सेलम का मेरा वो रमेश हमारे बीच नहीं है। पार्टी के लिए दिन-रात काम करने वाले रमेश हमारे साथी थे, वे एक अच्छे प्रवक्ता थे। किन्तु, उनकी हत्या कर दी गई। मैं उन्हें आज उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ।” इसके बाद सभी नेताओं एवं वहाँ आए लोगों ने खड़े होकर ऑडिटर रमेश को श्रद्धांजलि दी। उल्लेखनीय है कि सेलम में ही जुलाई 2013 में ऑडिटर रमेश का निर्मम क़त्ल कर दिया गया था। वो उस समय प्रदेश में पार्टी के स्टेट जनरल सेक्रेटरी थे। 54 वर्षीय रमेश का क़त्ल मरावानेरी स्थित उनके घर में घुस कर किया गया था। उस दिन वे सुबह से लेकर शाम तक आम लोगों और पार्टी कार्यकर्ताओं से मिल कर रात 10 बजे घर आए थे, जहाँ कातिल पहले से छिपे हुए थे। हमलावरों ने रमेश के गर्दन पर वार किया था, जिससे वहीं पर उनकी मौत हो गई थी। उससे पहले ‘हिन्दू मुन्नानी’ संगठन के वेल्लईअप्पन का भी मर्डर किया गया था। इसके बाद राज्य में हिन्दू कार्यकर्ताओं को सुरक्षा देने की माँग भी उठने लगी थी, क्योंकि राज्य में ऐसा ट्रेंड बन गया था। 1994 में ‘हिन्दू मुन्नानी’ के प्रदेश अध्यक्ष राजगोपालन का क़त्ल हुआ था। CB-CID ने इस मामले में बिलाल मलिक और पुलिस फखरुद्दीन को अरेस्ट किया था। ये दोनों आरोपी 2011 में तिरुमंगलम (मदुरै) में हुए पाइप बम ब्लास्ट में भी लिप्त थे। इन दोनों के अलावा अबू बकर सिद्दीकी और पन्ना इस्माइल भी इस बम ब्लास्ट में आरोपी थे। इन आतंकियों का नाम वेल्लईअप्पन की हत्या और अप्रैल 2013 में बेंगलुरु स्थित भाजपा ऑफिस में हुए बम धमाके में भी आया था। ऑडिटर रमेश 1978 से ही RSS से जुड़ गए थे। उनकी माँ ने उनकी हत्या के बाद इंसाफ की लंबी लड़ाई लड़ी। उनकी माँ ने बताया था कि बम ब्लास्ट बाद कई हिन्दू कार्यकर्ताओं को टारगेट किया गया, जिनमें उनका बेटा भी था। 2014 में चार्जशीट दाखिल होने के बावजूद ये मामला लंबा खिंचता रहा, जिस पर 2023 में उन्होंने नाराज़गी भी जाहिर की थी। मद्रास उच्च न्यायालय ने ट्रायल कोर्ट के रवैया पर नाराज़गी जताई थी और मामले को जल्द खत्म करने के निर्देश दिए थे। रमेश की हत्या के मामले में फखरुद्दीन और बिलाल मलिक के खिलाफ जांच चल रही है। शक्ति वाले बयान पर फिर बरसे मोदी :- प्रधानमंत्री मोदी ने सेलम की रैली में कांग्रेस सांसद राहुल गाँधी द्वारा शक्ति से लड़ने वाला बयान दिए जाने पर फिर से हमला बोला। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे शास्त्र साक्षी हैं कि विनाश उनका होता है, जो शक्ति के विनाश की सोच रखते हैं। पीएम मोदी ने ऐलान करते हुए कहा कि ऐसे खतरनाक विचारों को परास्त करने की शुरुआत 19 अप्रैल को सबसे पहले तमिलनाडु करेगा। उन्होंने कहा कि INDI एलायंस वाले लोग बार-बार, जानबूझकर हिंदू धर्म का अपमान करते हैं, हिंदू धर्म के विरुद्ध इनका हर बयान बहुत सोचा समझा हुआ होता है। उन्होंने कहा कि किसी अन्य धर्म के खिलाफ इनकी जुबान से एक शब्द नहीं निकलता, मगर हिंदू धर्म को गाली देने में ये एक सेकंड की देर नहीं करते। परधानमंत्री ने कहा कि, “मोदी, देश की नारीशक्ति की प्रत्येक समस्या के आगे ढाल बनकर खड़ा है। महिलाओं को धुआँ मुक्त जीवन देने के लिए हमने उज्ज्वला LPG गैस कनेक्शन दिए, हमने फ्री मेडिकल ट्रीटमेंट के लिए आयुष्मान योजना आरम्भ की। इन सभी योजनाओं के केंद्र में नारीशक्ति ही है।” CAA पर रोक लगाने से सुप्रीम कोर्ट का इंकार ! याचिकाओं पर केंद्र से 8 अप्रैल तक माँगा जवाब CAA को लेकर क्या बोले अफगानिस्तान से प्रताड़ना झेलकर भारत आए सिख बंधू ? 20 फीट नीचे खाई में गिरी यात्रियों से भरी पिकअप, दर्जनों लोग हुए लहूलुहान