नई दिल्ली : देश के प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी गुरुवार को पहली बार अयोध्या पहुंचे। उन्होंने अयोध्या के गोसाईं नगर में एक जनसभा को संबोधित किया। लेकिन रैली स्थल से मात्र 25 किलोमीटर दूर स्थित रामलला के दर्शन करने वे नहीं गए। बता दें लोकसभा चुनावों को देखते हुए पीएम मोदी लगातार दौरे कर रहे है. BJP पर बरसे बब्बर, कहा- अम्बानी की जेब से निकालकर देंगे 72 हजार रु महीना दर्शन करने जाना चाहिए था सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार लोगों ने प्रधानमंत्री के इस निर्णय पर निराशा जताई है और कहा है कि उन्हें भगवान राम का दर्शन करने जाना चाहिए था। इसका अच्छा संकेत जाता। हालांकि, राममंदिर के लिए आंदोलन चलाने वाली विहिप का कहना है कि अयोध्या में अपने बयानों के जरिये प्रधानमंत्री ने अपना इरादा साफ कर दिया है और मंदिर बनना सिर्फ कुछ समय की बात रह गई है। पिपरिया में बोले राहुल गांधी- चौकीदार चोर है नारा मैंने नहीं दिया, ये जनता की आवाज है प्रधानमंत्री ने साफ किये इरादे जानकारी के मुताबिक विश्व हिंदू परिषद के वरिष्ठ नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री ने अयोध्या की धरती पर खड़े होकर 'जय श्री राम' का नारा लगाया है। और भगवान राम की जय तब तक नहीं हो सकती जब तक कि उनका मंदिर नहीं बन जाता। इस तरह से प्रधानमंत्री ने राममंदिर पर अपने इरादे लोगों के सामने साफ कर दिए हैं। उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि रामलला का मंदिर जल्द ही साकार रूप लेगा। हावड़ा रैली में तृणमूल कांग्रेस पर जमकर बरसे अमित शाह बाराबंकी में बोले राहुल गांधी - मोदी के पास है माया और अखिलेश की हिस्ट्री कार चलाने वाले ने भरा हेल्मेट न पहनने का चालान, सुनकर उड़ गए होगें होश