नई दिल्ली: पीएम मोदी ने मंगलवार को एक बार फिर संसद के उच्च सदन को संबोधित किया. कांग्रेस के गुलाम नबी आजाद सहित चार सांसदों को आज सदन में विदाई दी जा रही है. इसी दौरान पीएम मोदी ने गुलाम नबी आजाद की जमकर प्रशंसा की. एक आतंकी घटना के बाद गुलाम नबी आजाद के साथ फोन पर हुई बात को याद करते हुए पीएम मोदी सदन में भावुक हो गए. पीएम मोदी ने गुलाम नबी आजाद की प्रशंसा करते हुए कहा कि वो यहां के घर में बगीचे को संभालते हैं, जो कश्मीर की याद दिलाता है. पीएम मोदी ने कहा कि गुजरात के मुसाफिरों पर जब आतंकियों ने हमला किया था, सबसे पहले गुलाम नबी आजाद जी का उनके पास फोन आया. वो फोन केवल सूचना देने का नहीं था, फोन पर गुलाम नबी आजाद के आंसू नहीं थम रहे थे. पीएम मोदी ने बताया कि उस समय प्रणब मुखर्जी रक्षा मंत्री थे, तो उनसे सेना के हवाई जहाज की व्यवस्था की मांग की. पीएम मोदी ने कहा कि उसी दौरान हवाई अड्डे से ही गुलाम नबी आजाद ने फोन किया, जैसे अपने परिवार के सदस्य की चिंता की जाती है वैसी ही आजाद जी ने उनके लिए चिंता प्रकट की. पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि सत्ता जीवन में आती रहती है, लेकिन उसे कैसे पचाना है, यह गुलाम नबी आजाद जी से सीखा जा सकता है. पीएम मोदी ने बताया कि एक मित्र के रूप में मैं आजाद जी का काफी सम्मान करता हूं. आज संसद में गरजेंगे राहुल गांधी, किसान आंदोलन पर होगा घमासान यरूशलेम जिला अदालत में तीन न्यायाधीशों के पैनल के सामने नेतन्याहू ने कही ये बात इस राज्य में शुरू हुआ पंचायत चुनाव का पहला चरण