नईदिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने म्यांमार के शहर यंगून में भारतीय मूल के लोगों को संबोधित किया।उन्होंने कहा कि सरकार देश हित में कड़े निर्णय लेगी। उन्होंने नोटबंदी को लेकर लिए गए निर्णय पर चर्चा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बड़े पैमाने पर कालाधन 500 रूपए और 1000 रूपए के नोट के तौर पर सामने आ रहा था। ऐसे में इन पर रोक लगाकर कालेधन को नियंत्रित किया गया। मगर कालेधन को लेकर कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। उन्होंने कहा कि गलत कार्यों को लेकर 125 करोड़ लोग परिणाम भुगत रहे थे। ऐसे में नोटबंदी करना आवश्यक था और विपक्ष के आरोप के बाद भी हमने नोटबंदी कर एतिहासिक फैसला लिया। इस निर्णय से भ्रष्टाचार पर लगाम लगी और आम आदमी का पैसा सुरक्षित हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में सर्जिकल हमला व 1 जुलाई से लागू जीएसटी का उल्लेख भी किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उपस्थितों को कहा कि नोटबंदी का कदम कालेधन को नियंत्रित करने के लिए उठाया गया था। हालात ये थे कि जिनके पास धन था वे कभी आयकर ही नहीं देते थे और दूसरी ओर लगभग 2 लाख से भी अधिक कंपनियों का पंजीयन तक रद्द करवा दिया गया था। नोटबंदी की आलोचना किए जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस कदम को जायज़ ठहराया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्टतौर पर कहा कि इस मामले में कड़े निर्णय लिए जाने चाहिए। केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने कहा नहीं थी काम में कमी केंद्रीय मंत्री ने नाबालिग बेटे को राजनीती में उतारा CM नीतीश कुमार ने कहा केंद्रीय मंत्रिमंडल में भागीदारी पर नहीं हुई कोई बात केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे मेट्रो की शुरूआत