नई दिल्ली: हर साल विश्व शेर दिवस 10 अगस्त को मनाया जाता है। इस दिन को मनाने के पीछे का कारण जागरूकता बढ़ाना और शेरों की घटती आबादी और संरक्षण के लिए समर्थन जुटाना है। आप सभी जानते ही होंगे कि इस समय भारत में शेरों की संख्या में वृद्धि जारी है। ऐसे में आज विश्व शेर दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया है। Koo App આપ સૌને "વિશ્વ સિંહ દિવસ" ની હાર્દિક શુભકામનાઓ. ગુજરાતના ગૌરવ એવા ગીરના સિંહના સંરક્ષણનો આપણે સૌ સંકલ્પ કરીએ અને તેના સંવર્ધનમાં સહભાગી બનીએ. સોરઠનો સાવજ એ ગુજરાત નહીં પણ સમગ્ર એશિયાની શાન છે. #WorldLionDay View attached media content - Parshottam Rupala (@ParshottamRupala) 10 Aug 2022 उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है, ''शेर राजसी और साहसी होता है। भारत को एशियाई शेरों के घर होने पर गर्व है। विश्व शेर दिवस पर, मैं शेर संरक्षण के प्रति उत्साही सभी लोगों को बधाई देता हूं। आपको यह जानकर खुशी होगी कि पिछले कुछ वर्षों में भारत की शेरों की आबादी में लगातार वृद्धि हुई है।'' इसके अलावा पीएम मोदी ने एक अन्य ट्वीट करते हुए लिखा है, 'जब मैं गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में सेवा कर रहा था, तो मुझे गिर(गिर राष्ट्रीय उद्यान, गुजरात) शेरों के लिए सुरक्षित आवास सुनिश्चित करने की दिशा में काम करने का अवसर मिला। कई पहलें की गईं जिनमें स्थानीय समुदायों और वैश्विक सर्वोत्तम प्रथाओं को शामिल किया गया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आवास सुरक्षित हैं और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलता है।' आप सभी को हम यह भी बता दें कि एशियाई शेर दुनिया में कहीं और नहीं सिर्फ गिर राष्ट्रीय उद्यान में पैदा होते है। जी दरअसल एशियाई शेर भारत में पाई जाने वाली पांच बड़ी बिल्लियों में से एक है, वहीं अन्य चार रॉयल बंगाल टाइगर, इंडियन लेपर्ड, क्लाउडेड लेपर्ड और स्नो लेपर्ड हैं। एक समय था जब शेर एशिया, अफ्रीका, मध्य पूर्व और यूरोप में स्वतंत्र रूप से घूमते थे, हालांकि वह बीते 100 सालों में अपनी ऐतिहासिक सीमा के 80 फीसद से अधिक से गायब हो चुके हैं। वर्तमान के बारे में बात करें तो शेर वर्तमान में 25 से अधिक अफ्रीकी देशों और एक एशियाई देश में मौजूद हैं। कुछ समय पहले हुए सर्वेक्षण में यह पता चला है कि उनकी संख्या लगभग 30,000 से घटकर लगभग 20,000 हो गई है। क्या नीरज चोपड़ा से है रजनीकांत का कनेक्शन? रणदीप हुड्डा के ट्वीट ने किया फैंस को कंफ्यूज यूपी में 18 मुस्लिमों में हिन्दू धर्म में की घर वापसी, बोले- गलती से इस्लाम अपना लिया था.. एंटीबॉडी का पता लगाने के लिए पूरे राज्य में विशेष सीरो सर्वे करना जरूरी’- डॉ शशांक जोशी