नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उत्तरप्रदेश में चुनावी अभियान के तहत आम सभा में उपस्थितों को संबोधित किया गया था। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि वे उत्तरप्रदेश के गोद लिए बेटे हैं मगर अब उनका यह उद्बोधन उनके लिए मुश्किल बन सकता है। हालांकि उन पर चुनावी आचरण संहिता का कोई मामला नहीं बना है लेकिन उनके इस बयान पर बाल अधिकार संरक्षण आयोग द्वारा नोटिस जारी किया गया है। दरअसल बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य नाहिद लारी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नोटिस भेजा और कहा कि वे संवैधानिक पद पर हैं मगर जो बयान उन्होंने दिया है उससे बाल संरक्षण कानून की बातें प्रभावित हुई हैं। दिए गए नोटिस में पीएम मोदी को इस बात का जवाब 7 दिन में देने के लिए कहा गया है कि आखिर उन्हें यूपी में किसने गोद लिया है। इस मामले में आयोग द्वारा कहा गया कि यदि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना कोई उत्तर न दे पाऐं तो फिर उन्हें लोगों से माफी मांगनी होगी। PM मोदी का भाषण सुन संसद छोड़ भागी कांग्रेस, अब कहा- बहिष्कार करेंगे ''यूपी की गोद में जबरन बैठे पीएम मोदी''- आजम खान तीसरे चरण के दौरान मोदी ने विपक्ष पर साधा निशाना, राहुल-अखिलेश पर जमकर बरसे