अहमदाबाद. आज देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में लौह पुरुष के नाम से मशहूर स्वतंत्रता सैनानी और आजाद भारत के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की 143वीं जयंती है. उनकी जयंती के अवसर पर आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी विशालकाय प्रतिमा ‘स्टेच्यू ऑफ यूनिटी’ का अनावरण भी कर दिया है. इस विशाल प्रतिमा का अनावरण करने के बाद पीएम मोदी यहाँ मौजूद जनता को सम्बोधित भी कर रहे है. स्टेच्यू आॅफ यूनिटी : कैसे बनी दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा? अपने इस सम्बोधन में पीएम मोदी ने देश की जनता से कहा है कि यह दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति है और इस मूर्ति के बनने से भारत का सर दुनिया में गर्व से और भी ऊंचा हो गया है. इस दौरान पीएम मोदी ने यह भी कहा है कि इस मूर्ति के निर्माण से देश ने न सिर्फ अपने लिए एक नया इतिहास लिखा है बल्कि देश के पर्यटन उद्योग के विकास में भी अहम भूमिका निभाई है. स्टेच्यू आॅफ यूनिटी : 22 गांव के लोगों ने किया पीएम मोदी का विरोध इस दौरान पीएम मोदी ने सरदार पटेल के विचारों और कार्यों की तारीफें करते हुए यह भी कहा है कि एक वक्त पर दुनिया जिन बातों के लिए जमे ताने मारती थी, सरदार पटेल ने उन्ही बातों को अपनी ताकत बना कर देश को रास्ता दिखाया था. इसके साथ ही इस दौरान पीएम मोदी ने देश की जनता को एकता का पाठ पढ़ते हुए कहा कि अतीत में हमारी आपसी दुश्मनी और बैर की वजह से ही हमें विदेशी आक्रांताओं से हारना पड़ा था. लेकिन अब हमें ऐसी गलती को दोबारा नहीं दोहराना है और न देश को दोबारा किसी का गुलाम होने देना है. ख़बरें और भी स्टैच्यू ऑफ यूनिटी : पीएम मोदी ने किया लौह पुरुष की प्रतिमा का उद्घाटन स्टैच्यू ऑफ यूनिटी: मात्र 33 महीने में बनकर तैयार हुई है लौह पुरुष की प्रतिमा, जानिये इससे जुडी ख़ास बातें स्टैच्यू ऑफ यूनिटी : आज पीएम मोदी करेंगे दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा का उद्घाटन