नई दिल्ली: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए लागू किए गए लॉकडाउन की अवधि 21 दिन बाद 14 अप्रैल को पूरी हो रही है। इसको लेकर केंद्र सरकार ने सभी राज्यों से सलाह मांगी है कि इसको आगे बढ़ाया जाए या नहीं। इस पर आज पीएम मोदी सभी प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कांन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की है। बताया जा रहा है कि इसके बाद पीएम मोदी इस को लेकर देश को सम्बोधित भी कर सकते हैं,। बैठक के पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि बंगाल को कोरोना और लॉक डाउन से काफी आर्थिक नुक़सान हुआ है। कोरोना वायरस से लड़ने के लिए केंद्र से पैकेज चाहिए। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन आगे बढ़ाया जाए लेकिन मानवीय और व्यवहारिक नज़रिए से फैसला हो। हॉटस्पॉट और क्लस्टर की सीलिंग की जाएगी। वहीं पंजाब, दिल्ली और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्रियों ने भी पीएम मोदी से लॉकडाउन बढ़ाने के लिए कहा । दिल्ली सीएम अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि लॉक डाउन कम से कम 30 अप्रैल तक के लिए बढ़ा दिया जाए। यह फैसला राष्ट्रीय स्तर पर होना चाहिए, यदि प्रदेश अपने स्तर पर फैसला करेंगे तो उतना असर नहीं होगा। यदि किसी तरह की ढील दी जाए तो किसी भी हालात में ट्रांसपोर्ट नहीं खुलना चाहिए। उन्होंने कहा कि रेल, सड़क और हवाई ट्रांसपोर्ट बंद रहना चाहिए। अगर लॉकडाउन में कंपनीयों ने कर्मचारीयों का काटा या रोका वेतन तो, सरकार कर देगी ऐसा हाल कोरोना से जंग के लिए ईरान ने IMF से माना फंड, अमेरिका ने लगाई रोक कोरोना और तब्लीगी जमात को लेकर 'सीताराम येचुरी' ने बोली यह बात