मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ में मेजर ध्यानचंद खेल यूनिवर्सिटी के शिलान्यास समारोह में पहुंचते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खिलाड़ियों से सवाल किया कि मैंने जो होमवर्क दिया था, वो किया या नहीं। पीएम मोदी के इस सवाल पर खिलाड़ियों ने चुप्पी साधकर सिर झुका लिया। सिर झुकाए खिलाड़ियों से पीएम मोदी ने फिर पूछा कि मेरा काम याद भी है या भूल गए, किया या नहीं? तो खिलाड़ी बोले- नहीं सर। बता दें कि Tokyo Olympic और पैरालंपिक में गए उत्तर प्रदेश के खिलाड़ियों को पीएम मोदी ने दिल्ली में मुलाकात करते समय 75 स्कूलों में जाकर बच्चों से बात करने का होमवर्क दिया था। लेकिन किसी भी खिलाड़ी ने PM द्वारा दिया गया होमवर्क पूरा नहीं किया। Koo App देश में खेल और खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देना भाजपा सरकार की प्राथमिकताओं में है। देखिए, मेरठ में मेजर ध्यानचंद स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी के शिलान्यास के अवसर पर पीएम श्री नरेंद्र मोदी जी का खिलाड़ियों के साथ संवाद। #खेलेगा_यूपी_बढ़ेगा_यूपी View attached media content - Office of Mr. Anurag Thakur (@anurag_office) 3 Jan 2022 दरअसल, पीएम मोदी ने मेरठ में खेल विवि के शिलान्यास समारोह में यूपी के 32 खिलाड़ियों से मुलाकात की। इसमें ओलंपियन और पैरालंपियन खिलाडियों के साथ अंडर 19 ब्वॉयज हॉकी टीम भी शामिल थी। PM मोदी ने वाराणसी के हॉकी खिलाड़ी ललित और नोएडा के पैराजंपर प्रवीण से अपने होमवर्क का फीडबैक लिया। ललित ने पीएम मोदी के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि 'सर आपने कहा था कि ओलंपिक से आने के बाद सभी खिलाड़ी स्कूलों में जाएं और अधिक से अधिक बच्चों तक अपना संदेश पहुंचाएं। ये आपका होमवर्क था सर।' बता दें कि PM मोदी ने प्लेयर्स से कहा था कि, 'इस साल आजादी का अमृत महोत्सव है, 75 वर्ष पूरे हो रहे हैं। आप लोग 75 स्कूल में जाइए। पेरिस जाने से पहले आप सभी लोग ये काम पूरा कर लें। स्कूल में जाकर बच्चों को न्यूट्रिशन, फिटनेस, व्यायाम के बारे में जानकारी दें। आज देश के बच्चे आपको हीरो मानते हैं। खिलाड़ियों से प्रेरित होते हैं। पहले सिनेमा कलाकारों का जो स्थान था, वो आज खिलाड़ियों का है। आज कोई भी खेलकूद में अच्छा करता है तो बच्चे उसके बारे में जानना चाहते हैं।' पीएम मोदी ने खिलाडियों से कहा कि 'आपको और आपके कोच, दोनों को अगर खेलों, संसाधनों, अभ्यास या साइकॉलोजिकल स्तर पर कोई समस्या होती है, तो मुझे लिखकर भेजें- आप लोग फील्ड में हैं, इसलिए आपको अधिक जानकारी है। आप खुद बताओगे कि ऐसे साधन हों, ऐसी ट्रेनिंग हो। तभी इंप्रूवमेंट होगा। सरकार का भी अभी मूड है कि खिलाड़ियों के लिए कुछ करे, पहले की बात कुछ और थी अब की बात कुछ और है। सरकार अपने तरीके से करेगी और आपकी आवश्यकता के हिसाब से करेगी दोनों में अंतर है। इसलिए अपनी बात हमें बताएं।' केरल भाजपा ने नेता की हत्या की एनआईए जांच की मांग की न्यू ईयर पार्टी मनाने इटली पहुंचे राहुल गांधी ? कांग्रेस बता रही 'निजी यात्रा' 'मुंह में राम बगल में छूरी वाले हैं गांधी..', जब डॉ अंबेडकर ने 'हत्या' को बताया था देश के लिए अच्छा