नई दिल्ली: पाकिस्तान जहां आज का दिन अपने स्वतंत्रता दिवस के रूप में मना रहा है। वहीं, भारत में आज ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ के तहत बंटवारे के जख्मों को याद किया जा रहा है। कोई भी भारतवासी 14 अगस्त 1947 का दिन भुल नहीं सकता। उस दिन जहां 200 वर्षों की ब्रिटिश गुलामी के बाद भारत स्वतंत्र हो रहा था, तो वहीं इस देश के दो टुकड़े भी होने वाले थे। भारत के बंटवारे की कहानी दर्दनाक रही। कई घर छूटे, कई लोगों ने जान गंवाई, कई लोगों के स्वजन भीड़ में गुम हो गए, तो कई उस त्रासदी में हमेशा के लिए खो गए। पाकिस्तान के एक अलग देश के तौर पर उभरने की दास्तां हर किसी का दिल दहला सकती है। पाकिस्तान के लिए 14 अगस्त का दिन आजादी का इतिहास बन गया, जबकि भारत और भारतवासियों के लिए यह दिन किसी विभीषिका से कम नहीं रहा। भारत इस दिन को ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ के तौर पर मनाता है। विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर आज पीएम नरेंद्र मोदी ने उन सभी लोगों को याद किया और श्रद्धांजलि अर्पित की, जिन्होंने विभाजन के दौरान अपनी और अपनों की जान गंवा दी। पीएम मोदी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा कि, ‘आज ‘विभाजन भयावह स्मृति दिवस’ पर मैं उन सभी लोगों को श्रद्धांजलि अप्रीत करता हूं, जिन्होंने विभाजन के दौरान अपनी जान गंवाई और हमारे इतिहास के उस दुखद दौर में पीड़ित सभी लोगों के लचीलेपन और धैर्य की सराहना करता हूं।’ स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर आज राष्ट्र को संबोधित करेंगी राष्ट्रपति मुर्मू श्रीलंका जैसी हो जाएगी बंगाल की स्थिति, TMC नेताओं को दौड़ा-दौड़कर मारेंगे लोग- दिलीप घोष आजादी के 75वें वर्ष पर 75 घंटों का धरना देंगे राकेश टिकैत, सरकार से करेंगे ये मांग