नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी कोरोना के बीच वाराणसी के फ्रंटलाइन वर्करों यानी डॉक्टरों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद कर रहे हैं। वाराणसी में कोरोना महामारी को जिस तरह से नियंत्रण किया गया है, इसके लिए डॉक्टर्स की प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि वाराणसी आध्यात्मिक क्षमताओं से भरपूर शहर है। पीएम मोदी शुक्रवार की सुबह वर्चुअल तरीके से कोरोना के संक्रमण का हाल और तीसरी लहर की तैयारियों की जानकारी लेंगे। इस दौरान बीएचयू, DRDO, दीनदयाल राजकीय जिला अस्पताल, ESIC समेत अन्य अस्पतालों के डॉक्टरों से कोरोना संक्रमण की जानकारी लेंगे। इसमें पीएम चिकित्सकों की भूमिका और संकट काल के उनके अनुभवों को साझा करेंगे। दरअसल, कोरोना की दूसरी लहर की जबरदस्त चपेट में आए वाराणसी ने डेढ़ माह में स्थिति को नियंत्रित कर लिया है। बता दें कि 40 फीसदी तक पहुंचा संक्रमण दर अब बीते तीन दिनों से तीन फीसदी पर पहुंच चुका है। एक अप्रैल से संक्रमण दर बढ़ने का सिलसिला अब थमने लगा है। लेकिन, अप्रैल के दूसरे और तीसरे हफ्ते में कोरोना संक्रमण की दर 40 फीसदी से अधिक पहुंच गई। लेकिन, 18 अप्रैल को पीएम नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के प्रशासनिक अधिकारियों से बात करते हुए उन्हें टेस्ट, ट्रेस और ट्रीट का मंत्र दिया था। उस वक़्त अस्पतालों में बेड से लेकर आक्सीजन तक की समस्या हो गई थी। किन्तु, पीएम के संवाद के बाद PMO सक्रिय हुआ और आक्सीजन आदि की व्यवस्था सुदृढ़ हुई। इसके साथ ही प्रशासन की सजगता के कारण संक्रमण की रफ्तार भी थमने लगी। एशिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति बने गौतम अडानी, पहले नंबर पर अंबानी का दबदबा कायम सोने के दामों में आया उछाल, जानिए क्या है नया भाव? रश्मिका मंदाना ने शेयर की ऐसी तस्वीर की फैंस की नहीं हट रही है निगाहें, जानिए क्या है ऐसा खास?