नई दिल्ली: आज पीएम नरेंद्र मोदी बिना ड्राइवर के चलने वाली ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे. देश की पहली ड्राइवरलेस ट्रेन का सफर 37 किलोमीटर का होगा. यह ट्रेन दिल्ली मेट्रो का हिस्सा होगी. ड्राइवरलेस ट्रेन पूरी तरह से ऑटोमैटिक होगी और मानवीय गलतियों की आशंकाओं को न के बराबर कर देगी. देश की प्रथम ड्राइवरलेस ट्रेन दिल्ली मेट्रो के मजेंटा लाइन और पिंक लाइन पर चलाई जानी हैं. प्रथम चरण में ड्राइवरलेस ट्रेन मजेंटा लाइन पर जनकपुरी पश्चिम से नोएडा के बॉटनिकल गार्डन मेट्रो स्टेशन के बीच चलेगी. उसके बाद वर्ष 2021 में पिंक लाइन में 57 किलोमीटर तक ड्राइवरलेस मेट्रो चलाने का प्लान है, जो मजलिस पार्क से शिव विहार तक की दूरी तय करेगी. इस प्रकार कुल 94 किलोमीटर तक ड्राइवरलेस ट्रेनें दौड़ाने का प्लान है. आम मेट्रो ट्रेन के जैसे ही ड्राइवरलेस ट्रेन में भी 6 कोच होंगे. दिल्ली मेट्रो ने ड्राइवरलेस ट्रेन को एक बड़ी तकनीकी उपलब्धि करार दिया है. DMRC पिछले लगभग 3 वर्षों से ड्राइवरलैस मेट्रो ट्रेन का ट्रायल कर रहा था. दिल्ली मेट्रो ने पहली बार सितंबर 2017 को इसका ट्रायल आरंभ किया था. बता दें कि ड्राइवरलेस ट्रेन में 2,280 यात्री एक बार में सफर कर सकेंगे. इसमें प्रत्येक कोच में 380 यात्री सवार हो सकते हैं. नए साल में बैंकिंग सेक्टर के लिए सबसे बड़ी चुनौती एनपीए से निपटना ये है 2020 के शीर्ष आईटीईएस खिलाड़ी Myntra ने 5 दिन में 32 लाख ग्राहकों को बेचे 11 करोड़ के आइटम