दिल्ली : प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी बाबासाहेब अंबेडकर की जयंती की पूर्व संध्या पर दिल्ली के अलीपुर रोड पर डॉ अंबेडकर राष्ट्रीय स्मारक का उद्घाटन करेंगे. 100 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित खुली संविधान की किताब के आकार की स्मारक लगभग 2 एकड़ में फैली है. यह आधुनिक और बौद्ध वास्तुकला का बेशकीमती नमूना भी है. 26 अलीपुर रोड के घर में ही डॉ भीमराव अम्बेडकर ने अपना आखिरी श्वास ली थी. इस जगह को महापरिनिर्वना भूमि भी कहा जाता है. सूत्रों के अनुसार यहाँ बाबासाहेब के जीवन के विभिन्न पहलुओं से संबंधित 5 स्थलों को "पंचतीर्थ" के रूप में विकसित किया जा रहा है. प्रधान मंत्री मोदी शुक्रवार को इस स्मारक का उद्घाटन करेंगे. स्मारक में संगीत फव्वारे, सारनाथ में अशोक स्तंभ की एक प्रतिकृति और एक 12 फुट ऊंची कांस्य प्रतिमा मुख्य आकर्षण हैं. 14 अप्रैल को अम्बेडकर जयंती के रूप में मनाया जाता है और इससे एक दिन पहले, प्रधान मंत्री मोदी विशिष्ट तरीके से बाबा साहेब को श्रद्धांजलि देने का प्रयास कर रहे है. डॉ अंबेडकर राष्ट्रीय स्मारक के कुछ विशेषताएं यहाँ एक अनूठी इंटरैक्टिव टेबल को लेकर संविधान प्रेमियों में प्रसन्नता है, क्योंकि यह बाबा साहब और भारतीय संविधान के बारे में जानकारी से भरा एक केंद्र है. मेमोरियल में महात्मा बुद्ध की संगमरमर की मूर्ति के साथ एक ध्यान कक्ष भी है. इस स्मारक में इस्तेमाल किया पत्थर वियतनाम से लाया गया है. अंबेडकर जयंती: जब गाँधी जी की दलीलों से झुके थे अंबेडकर अंबेडकर जयंती पर राष्ट्रपति और राहुल महू में अंबेडकर जयंती: संविधान निर्माता बाबा साहेब अंबेडकर को शत-शत नमन