कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी द्वारा पीएम मोदी पर संघीय ढांचे का अनादर करने का आरोप लगाने के बाद अब इस मामले में एक बडा खुलासा हुआ है। ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी द्वारा पीएम मोदी पर शनिवार को यह आरोप लगाया गया था कि उन्होंने प्रदेश में फोनी तूफान के बाद हुए प्रभाव की जानकारी के लिए सीएम को फोन करने के स्थान पर राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी से चर्चा की थी। इस बारे में पीएमओ से सम्बंधित सूत्रों ने जानकारी देते हुए बताया है कि प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से ममता बनर्जी से बात करने का प्रयास किया गया था, किन्तु ममता ने खुद जान-बूझकर पीएम से चर्चा नहीं की। टीएमसी और ममता बनर्जी के आरोपों के बाद पीएमओ के सूत्रों ने जानकारी देते हुए बताया है कि प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से शनिवार सुबह दो दफा टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी से चर्चा करने की कोशिश की गई थी। इसके लिए पीएम मोदी के स्टाफ ने भी ममता के पास फोन किया था, लेकिन उन्हें यह जानकारी दी गई कि सीएम ममता बनर्जी दौरे पर गई हुई हैं और वह वापस लौटते ही वे पीएम मोदी से चर्चा करेंगी। इसी तरह दूसरी दफा फोन करने पर भी मुख्यमंत्री कार्यालय ने यह बताया कि सीएम ममता बनर्जी वापस लौटने पर ही पीएम मोदी से चर्चा कर पाएंगी। खबरें और भी:- कर्जमाफी नहीं होने पर इस तरह किसानों का कर्ज चुकाएंगे पटवारी हरियाणा पहुंचे अमित शाह विपक्ष पर जमकर साधा निशाना सागर में गरजे पीएम मोदी, कहा - आज़ादी के 100 साल बाद भी 20 वीं सदी का काम नहीं कर पाती कांग्रेस