मुंबई : पंजाब नेशनल बैंक घोटाले का आरोपी और भगोड़ा हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी के बारे में एक और बड़ा खुलासा हुआ है. मुंबई पुलिस का दावा है कि उसका पासपोर्ट बिना वेरिफिकेशन के जारी हुआ था. पुलिस ने अपनी छानबीन में बताया कि क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय ने भगोड़े मेहुल चौकसी का पासपोर्ट नो 'पुलिस वेरिफिकेशन रिक्‍वायर्ड' (PVR) स्‍टेटस के तहत जारी किया था. मॉब लिंचिंग से निपटने के लिए तैयार है मध्यप्रदेश सरकार मुंबई पुलिस ने बताया कि चौकसी को पासपोर्ट के लिए नो पीवीआर जनरेट हुआ था. उसे 10 सितंबर, 2015 को तत्‍काल कटैगरी में पासपोर्ट मुहैया कराया गया था. उसका पासपोर्ट 10 साल तक वैध है. बता दें कि 13,000 करोड़ के पीएनबी घोटाले में सीबीआई द्वारा मेहुल चोकसी और नीरव मोदी पर मामला दर्ज होने से कुछ दिन पहले ही यह आरोपी चोकसी भारत छोड़ कर दुबई चला गया था. 15 अगस्त पर दिल्ली दहलाने की साजिश कर रहा पाकिस्तान एक्‍स्‍टर्नल अफेयर्स मंत्रालय की सफाई देने के बाद मुंबई पुलिस का यह आधिकारिक बयान सामने आया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्‍ता रवीश कुमार ने कहा था कि चौकसी के पासपोर्ट पर क्‍लीयर पीवीआर के आधार पर ही पुलिस क्‍लीयरेंस सर्टिफिकेट (PCC) जारी किया गया था. मामले में चौंकाने वाली बात यह है कि मेहुल चोकसी जिसके ऊपर 2017 में कई मामले दर्ज थे, उसे बेदाग रिपोर्ट किस आधार पर दे दी गई. अब यह मामला उठने के बाद पुलिस इसकी आतंरिक जांच भी करेगी. ख़बरें और भी... अपराधियों के लिए हुई मुश्किल पुलिसथानों से होंगे फिंगरप्रिंट लिंक इस साल भी चाँद पर पहुँचने वाला चौथा देश नहीं बन पायेगा भारत