पीएनबी घोटाले पर प्रधानमंत्री कार्यालय से निगरानी

पंजाब नेशनल बैंक (PNB) के 11,400 करोड़ रुपये के महाघोटाले मामले पर प्रवर्तन निदेशालय (ED), केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI), आयकर (IT) विभाग और केंद्रीय सतर्कता आयोग (CVC) की कार्यवाही पर प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) सीधे निगरानी करने वाला है. ये काम वित्त मंत्रालय के साथ मिलकर किया जायेगा. शनिवार को वित्त राज्यमंत्री शिव प्रताप शुक्ला ने कहा की इन सब के बीच नीरव मोदी को भारत लाने के प्रयास भी किये जा रहे है.

शनिवार को वित्त राज्यमंत्री शिव प्रताप शुक्ला ने बताया कि नीरव मोदी के प्रत्यार्पण की कोशिश की जा रही है. केंद्र सरकार मामले को गंभीरता ले रहा है और मामले की कार्रवाई पर पूरी नजर बनाए हुए है. इससे पहले PNB महाघोटाले को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि नरेंद्र मोदी को बताना चाहिए कि हीरा कारोबारी नीरव मोदी कैसे देश की बैंकिंग प्रणाली से इतने हजार करोड़ रुपये लेकर फरार हो गया. उन्होंने कहा कि 90 प्रतिशत घोटाला राष्ट्रीय जनतांत्रित गठबंधन (NDA) के कार्यकाल में हुआ.

साथ ही राहुल गांधी ने बीजेपी से पूछा कि इस पूरे मामले में प्रधानमंत्री क्या कार्रवाई करेंगे? मामले में पीएम मोदी और वित्तमंत्री अरुण जेटली की चुप्पी पर सवाल खड़े करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि PNB महाघोटाले पर सफाई देने के लिए सामाजिक न्याय मंत्री रविशंकर प्रसाद, रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण और मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को मैदान में उतारा गया, जबकि इस पर पीएम मोदी और वित्तमंत्री चुप्पी साधे हुए हैं.

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