एक दिल है और तूफ़ान-ए-हवादिस ऐ “ज़िगर”, एक शीशा है कि हर पत्थर से टकराता हूँ मैं. *** तूफ़ान से लड़ने का सलीक़ा है ज़रूरी, हम डूबने वालों की हिमायत नहीं करते !! *** उस मौज की टक्कर से साहिल भी लरजता है, कुछ रोज जो तूफ़ान के आगोश मैं पल जाये !! *** बख़्श दे मुर्दा-ए-दिल को ग़म-ए-बे-दाद ‘फ़ना’, सीन-ए-संग में तूफ़ान-ए-शरर पैदा कर~फ़ना निज़ामी. *** वैसे तो एक आँसू ही बहा कर मुझे ले जाए, ऐसे कोई तूफ़ान हिला भी नहीं सकता.!! *** साहिल के सुकूं से किसे इन्कार है लेकिन, तूफ़ान से लड़ने में मज़ा और ही कुछ है.!! *** जाम में तूफ़ान उठते हैं तवाज़ो के लिए, मैकदे में एक पुराना बाद’अ-ख़्वार आने को है !! –रहबर. *** दिल में तूंफा आँखों में दरिया लिए बैठे है, शहरे हवादिस में उम्मीदें दुनिया लिए बैठे हैं. *** फूलों की आरज़ूं में मिली हैं खाक हमें, अंधेरे में क्या दीप जले जब घेर ले तूंफा हमें. *** मुसाफिर, राह के तूंफा मुझे होने नही देते, मगर ये हौसले मेरी भी जिद खोने नही देते. *** मैँ कतरा हो के भी तूंफा से जंग लेता हूँ, मुझे बचाना समुंदर की जिम्मेदारी है. *** मोहब्बत को समझना है तो प्यारे खुद मोहब्बत कर, किनारे से कभी अन्दाज-ए-तूंफा नहीं होता. *** कोई कश्ती ना मिली उसे आज… तूंफा समंदर से बहुत उदास गया. *** कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती, तूफ़ान से लडे बिना कश्ती पार नही होती. अमेरिका में कुत्ते ने मालिक को मारी गोली स्वेच्छा से सम्बन्ध बनाने पर पुलिस भी नहीं ले सकती आपत्ति, जानें अपने अधिकार पत्नी ने डिनर में खाया टिशू