ट्रेन के खाने से हुई यात्रियों को उल्टियाँ

मुंबई : ट्रेनों में खाने को लेकर काफी शिकायते आ रही है, इस बार प्रीमियम ट्रेन तेजस में खाने के बाद लोगो को उल्टियाँ होने लगी, लोगो को विषबाधा की शिकायत होने लगी थी, जिसके बाद ट्रेन डॉक्टरों और एम्बुलेंस की सुविधा उपलब्ध की गयी, इस घटना की रिपोर्ट खानपान सेवा निदेशक को सौंपी गई है, आईआरसीटीसी प्रवक्ता पिनाकिन मोरावाला ने कहा कि गोवा में हमारा बेस किचन नहीं है, इसलिए ट्रेन की खानपान सेवा आउटसोर्स की गई है.

उल्लेखनीय है कि तेजस ट्रेन का शुभारम्भ इसी साल किया गया था, रविवार को गोवा से मुंबई आ रही तेजस एक्सप्रेस के यात्रियों नाश्ते के बाद उल्टियां होने लगीं, संगमेश्वर स्टेशन पार करने के बाद विषबाधा की शिकायत करने वाले यात्रियों की संख्या बढ़ने लगीं. रेलवे ने चिपलून पुलिस को मामले की जानकारी दी और स्टेशन पर डॉक्टरों व ऐंबुलेंस का इंतजाम किया. स्टेशन पहुंचने के बाद ज्यादा गंभीर यात्रियों को पहले अस्पताल भेजा गया. मौके पर पहुची पुलिस ने ट्रेन के खाने का फूड सैंपल लिया और जांच के लिए भेज दिया है.

बता दे कि ट्रेन के खाने से 26 यात्रियों को चिपलून के पास एक अस्पताल में भर्ती कराया, जिसमे से तीन की हालत गंभीर बनी हुई है, जिन्हे आईसीयू में भर्ती करवाया गया है. जिसके बाद भी लोगो में विषबाधा की शिकायत बढ़ने लगी है. तेजस ट्रेन में लोगो को खाने के लिए एग्जिक्यूटिव क्लास में 504 रुपये और एसी चेयरकार में 410 रुपये अतिरिक्त खर्च करने पड़ते हैं, सूत्रों से मिली जानकारी में आईआरसीटीसी देशभर में 5 बेस किचन संभाल रही है, जिनमें से मुंबई समेत तीन आउटसोर्स किए हुए हैं. 2017 के अनुच्छेद 3.8.4 के अनुसार आईआरसीटीसी खानपान सेवा किसी बाहरी कंपनी से नहीं लेगी. इन सारे नियमो का लापरवाही से पालन किया जा रहा है, जिससे ट्रेनों में खाने से घटनाये हो रही है. लोगो से अधिक रूपए वसूल कर भी रेलवे उन्हें उच्च गुणवत्ता की सुविधा नहीं दे जा रहा है.

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