नई दिल्ली : बेंगलोर में सेंट्रल जेल प्रशासन ने एक कॉन्स्टेबल को हिरासत में ले लिया है. इस कॉन्स्टेबल ने जेल में बंद आतंकवादी की मदद की थी और रंगे हाथ पकड़ लिया गया, उसके पास से दो मोबाईल भी बरामद किये गए है. पुलिस ने मामला दर्ज करके पुलिस कॉन्स्टेबल पर कार्यवाही शुरू कर दी है. ये मामला पुलिस पर भी सवाल खड़ा करता है, जिस पर देश की सुरक्षा का जिम्मा है. देश उनपर विश्वास करता है और उम्मीद करता है कि पुलिस कानून के तहत वैध तरिके से कार्य करेगी, चूँकि ऐसे मामले व्यक्तिगत लालच के कारण होते है. उल्लेखनीय है कि बेंगलुरु सीरियल ब्लास्ट 2008 केस के आरोपी अब्दुल नासिर को कॉन्स्टेबल दिनेश जरूरत का सामान पहुँचता था, और उसी की आड़ में वो आतंकवादी को मोबाईल देता था. दिनेश पर जेल प्रशासन को पहले से ही शक हो गया था, जिस पर निगरानी रखते हुए, जेल प्रशासन ने उसे रंगे हाथो पकड़ लिया. दिनेश ने पुलिस को बताया कि वह आतंकवादी को मोबाईल उपलब्थ करवाता था, इस काम के लिए उसे 5,000 रूपए दिए जाने को कहा गया था, इसके आलावा उसे इस बारे में अधिक जानकारी नहीं है. पुलिस प्रशासन ने समय पर कार्यवाही करते हुए दिनेश को हिरासत में ले लिया है और उससे पूछताछ चल रही है. दिनेश ने मोबाईल देने के आलावा और कोई जानकारी नहीं होने की बात कही है. पुलिस को आतंकवादी के कोई और वारदात करने की सम्भावना लग रही है, जिसके लिए कोई उसे बहार निकलने के लिए उसकी मदद करवा रहा था. सुरक्षाबलों व आतंकियों के बीच मुठभेड़ में लश्कर ए तैय्यबा के 2 आतंकी ढेर जम्मू -कश्मीर में दो गरूड़ कमांडो शहीद