नई दिल्ली: श्रद्धा वॉकर हत्याकांड में दिल्ली पुलिस को बड़ा ऑडियो सबूत हाथ लगा है। पुलिस को हत्यारे आफताब अमिन पूनावाला का एक ऑडियो मिला है। इसमें आफताब श्रद्धा के साथ लड़ाई झगड़ा करता सुनाई दे रहा है। इस ऑडियो में अफताब और श्रद्धा के बीच बहस हो रही है। यही नहीं ऑडियो से साबित हो रहा है कि आफताब श्रद्धा को टॉर्चर कर रहा था। दिल्ली पुलिस इन ऑडियो को बड़ा सबूत मान रही है। जांच से संबंधित अधिकारियों का कहना है कि इस ऑडियो से हत्याकांड की जांच में हत्या का मोटिव पता करने में काफी सहायता मिलेगी। पुलिस इसी ऑडियो से आफताब की आवाज का मिलान करने के लिए उसका वॉयस सैंपल लेगी। CBI की CFSL टीम आफताब का वॉयस सैंपल लेगी। बता दें कि आफताब अभी तिहाड़ जेल में कैद है। उसे आज यानि सोमवार (26 दिसंबर) सुबह 8 बजे तिहाड़ जेल से CBI ले जाएगी। बता दें कि श्रद्धा वॉल्कर हत्याकांड में आरोपी आफताब का नार्को टेस्ट हो चुका है। इससे पहले आफताब का पॉलीग्राफ टेस्ट भी हुआ था। आफताब पूनावाला का पॉलीग्राफ टेस्ट :- एक रिपोर्ट के अनुसार, पॉलीग्राफ टेस्ट में आफताब ने बताया था कि श्रद्धा के कत्ल के आरोप में उसे फांसी भी हो जाए, तो भी अफसोस नहीं, क्योंकि जन्नत में हूरें मिलेगी। साथ ही आफताब ने यह भी खुलासा किया है कि श्रद्धा से रिश्ते के दौरान 20 से अधिक हिंदू लड़कियों से उसके संबंध रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस अधिकारी ने बताया है कि आफताब ने खुलासा किया कि वह 'बंबल एप' पर ख़ास कर हिंदू लड़कियों को खोजता था, और उन्हें अपना शिकार बनाता था। दरिंदे आफताब ने बताया कि, श्रद्धा की हत्या के बाद वह एक मनोविज्ञानी को अपने रूम पर लेकर आया था, वह भी हिंदू ही थी। इस हिन्दू लड़की को उसने श्रद्धा की अंगूठी तोहफे में देकर अपना शिकार बनाया था, इसके साथ ही उसने अन्य कई हिंदू लड़कियों को भी इस तरह शिकार बनाया है। आफताब को श्रद्धा का क़त्ल करने का कोई दुख नहीं है। उसे श्रद्धा के शव के टुकड़े कर फेंकने का जरा भी अफसोस नहीं है। आफताब को किसने दिया जन्नत और हूरों का ज्ञान ? हालाँकि, आफताब के इस बयान से बड़ा सवाल ये उठता है कि, उसके ऐसे कौन से अच्छे कर्म थे, जो वह जन्नत की उम्मीद पाल रहा है ? क्या केवल हिन्दू लड़कियों को फंसाकर उनके साथ संबंध बनाने मात्र से ही उसे जन्नत मिल सकती थी ? ये ज्ञान उसे किसने दिया होगा कि, हिन्दू लड़कियों को फंसाकर उनकी भावनाओं और जिस्मों के साथ खेलकर, यहाँ तक कि, उनकी हत्या भी करने के बाद उसे जन्नत यानी स्वर्ग मिल सकता है और वहां बैठा परमेश्वर उसे भोगने के लिए हूरें देगा ? क्योंकि, इस तरह की बातें हमने आज तक जैश, या लश्कर जैसे आतंकी संगठनों के खूंखार आतंकियों से ही सुनी हैं, जो जन्नत और हूरों के लिए निर्दोषों के बीच छाती पर बम बाँधकर फट जाते हैं। आखिर, जब अपराध को पुण्य या जन्नत जाने का रास्ता मान लिया जाएगा, तो आपराधिक वारदातें कैसे रुकेंगी ? पहले कहा- सेना पिट रही.., अब बोले- भारत बेहद कमज़ोर.., देशविरोधी बयान क्यों दे रहे राहुल ? 59वां सीनियर नेशनल गेम्स में इन खिलाड़ियों ने जीता फैंस का दिल महाराष्ट्र के सामान्य परिवार में जन्म एक बच्चा कैसे बना अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम