उत्तर प्रदेश पुलिस के अमानवीयता के किस्से सामने आते रहते हैं. इनमें इजाफा करते हुए अब एक नई घटना सामने आई है जहां एक मृत व्यक्ति की लाश का मुआयना पुलिस ने लातों से किया. दरअसल 28 दिसंबर को बस्ती जिले दुबौलिया थाना एरिया के पारा गांव में कुछ ग्रामीण नाव में बैठकर नदी पार कर रहे थे. जानकारी के मुताबिक, नाव में 25 के करीब यात्री सवार थे. इसी दौरान नाव पलटने से ग्रामीण नदी में गिर गए थे. 21 यात्रियों को तो ग्रामीणों की मदद से बाहर निकाल लिया गया था, लेकिन 4 ग्रामीण लापता हो गए थे. करीब सप्ताह भर बाद शनिवार को एक नाविक को पहली लाश दिखी, जिसे वह अपनी नाव पर लादकर किनारे लेकर आया. सूचना पाकर स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची. उमरिया चौकी के इंचार्ज मुनीश चंद्र दुबे ने शव का पंचनामा भरने के लिए लातों का इस्तेमाल किया. इस दौरान अन्य ग्रामीण भी मौजूद थे. दुबे के कहने पर नाविक तो लाश का मुआयना हाथ से करता रहा, लेकिन वह खुद लातों से शव को छूता रहा. वहाँ मौजूद सब लोगों ने दुबे की इस करतूत को देखा, पर कोई भी विरोध नहीं कर पाया. ज़िंदा इन्सानों तक के साथ अमानवीयता करने वाली पुलिस, मृत व्यक्ति के शव का भी सम्मान नहीं रख पाई. यूपी पुलिस की यह अमानवीयता बेहद शर्मनाक है. देश में 10 लाख प्रति व्यक्ति पर हैं मात्र 20 न्यायाधीश डीपीएस बस हादसे में सीएम ने इंदौर आरटीओ को हटाया अखिलेश ने बीजेपी पर लालू के साथ अन्याय करने का आरोप लगाया