उत्तराखंड पुलिस की एक बड़ी लापरवाही देखने को सामने आई. नैनीताल जिले के एसएसपी ने जब अपराध समीक्षा के लिए बैठक बुलाई तब इसका पता चला. बैठक में मालूम हुआ कि जिले के 27 हिस्ट्रीशीटरों का कोई अता-पता नहीं है. इसके बाद एसएसपी ने थानेदारों को जमकर फटकार लगाई और हिस्ट्रीशीटर्स की खोज के लिए स्पेशल ड्राइव चलाने के आदेश दिए. उत्तराखंड पुलिस अपराध में लिप्त रहने वाले बदमाशों के प्रति इतनी लापरवाह हो गई है कि 27 हिस्ट्रीशीटर्स का बहुत सालों से कोई अता-पता ही नहीं है. साल 1979 से 1981 तक के ए क्लास के 24 और बी क्लास के तीन हिस्ट्रीशटर गायब हैं. देश के टॉप टेन थानों में से एक वनभूलपुरा थाने का भी यह हाल है कि यहाँ से सात हिस्ट्रीशीटर लापता हैं, तो बाकी थानों का भगवान मालिक है. जिले के एसएसपी जन्मेजय खंडूरी ने मंगलवार को जिले की अपराध समीक्षा को बैठक बुलाई, जिसमें यह खुलासा हुआ कि जिले के सात थानेदारों को अपने क्षेत्र से गायब हुए 27 हिस्ट्रीशीटर्स के बारे में कोई खबर नहीं है. नाराज़ एसएसपी ने इनकी तलाश के लिए स्पेशल ड्राइव चलाने को कहा है. मालूम हो कि हिस्ट्रीशीटर का मतलब है ऐसे व्यक्ति जिनका आपराधिक रिकॉर्ड रहा हो. नियम ऐसा है कि हिस्ट्रीशीटर को हर महीने अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट करना होता है. लेकिन यह न इन 27 लोगों ने नियम का पालन किया और ना ही पुलिसवालों ने ध्यान दिया. यूपी सरकार ने किए आबकारी नीति में बड़े बदलाव यूपी स्थापना दिवस के साथ लखनऊ महोत्सव का आग़ाज़ यमुना नदी में राम नामी पत्थर पानी पर तैरता मिला