लखनऊ: देशभर में लॉकडाउन के दौरान जगह-जगह से ऐसी कई तस्वीरें और वीडियो सामने आ रही हैं जिनमें पुलिस मुसीबत के समय में जरूरतमंदों के साथ खड़ी नज़र आ रही है. कहीं कोई पुलिसकर्मी भूखों को भोजन करा रहा है, तो कहीं कोई पुलिसवाला प्रसव पीड़ा झेल रही महिला की सहायता कर उसे अस्पताल पहुंचाता है. किन्तु इन सबके बीच कुछ एक पुलिसकर्मियों की हरकतें ऐसी हैं जिससे पूरे डिपार्टमेंट की छवि धूमिल हो रही है. ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से प्रकाश में आया है जहां एक सफाई कर्मचारी ने पुलिसवालों पर उसे अकारण पीटने का आरोप लगाया है. यह सफाईकर्मी अपने काम पर जा रहा था. इस दौरान पुलिस ने उसे रोका और लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन का आरोप लगाकर उसे मारा और उसकी गाड़ी का बिना वजह चालान बना दिया, जबकि सफाइकर्मी के पास हेलमेट और सारे दस्तावेज मौके पर मौजूद थे. लखनऊ नगर निगम के सफाई कर्मचारी सुनील ने आरोप लगते हुए कहा है कि बीते शनिवार जब वह अपने काम पर जा रहा था तो, थाना मड़ियांव क्षेत्र में सीतापुर रोड पर खड़े पुलिस वालों ने उसे रोक लिया. जब सफाईकर्मी ने नगर निगम का अपना आई कार्ड दिखाया तो पुलिसवालों ने उसे नकली कह दिया. पुलिस वालों ने सुनील से कहा कि उसके कार्ड पर किसी अधिकारी का दस्तखत नहीं हैं और उसकी पिटाई कर दी. कोरोना प्रकोप के कारण जल्द बंद हो सकती है सभी मस्जिदे लॉकडाउन के दौरान कंडोम की बिक्री बढ़ी, बाज़ार में हुई किल्लत विदेशी मुद्रा भंडार पर 'कोरोना' का असर, आई 12 साल की सबसे बड़ी गिरावट