इन दिनों मुजफ्फरपुर से लगातार अपराध की खबरें आ रहीं हैं. ऐसे मे हाल ही मे जो खबर सामने आई है वह बिहार के सीतामढ़ी मंडल कारा की है जहाँ एक महिला बंदी के साथ मुजफ्फरपुर एसकेएमसीएच में सामूहिक दुष्कर्म किया गया है. जी हाँ, इस मामले में शैलेश कुमार और छोटेलाल कुमार को आरोपित करार दिया गया है. बताया जा रहा है कि उस दौरान वह दोनों सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी थे. वहीं सीतामढ़ी मंडल कारा के अधीक्षक राजेश कुमार राय ने डुमरा थाने में शिकायत के लिए प्रतिवेदन भेजा है. इस मामले मे यह बताया गया है कि सीतामढ़ी मंडल कारा में अपहरण के मामले में महिला एक साल से बंद थी और बार-बार बीमार होने के कारण उसे बीते 9 नवंबर को सीतामढ़ी सदर अस्पताल में इलाज के लिए लेकर गये थे. जहाँ उसकी हालत मे सुधार नहीं होने के बाद डॉक्टरों की तीन सदस्यीय टीम का बोर्ड गठित कर बेहतर इलाज के लिए एसकेएमसीएच भेजने की अनुशंसा की. इसके बाद सीतामढ़ी एसपी ने आदेश दिया और उनके आदेश पर दो महिला सिपाही व चार अन्य पुलिसकर्मियों की प्रतिनियुक्ति में 11 नवंबर को महिला बंदी को एसकेएमसीएच में भर्ती करवा दिया गया. वहीं इसके बाद इलाज हुआ और उस इलाज मे हुए सुधार के बाद फिर से उसे 22 नवंबर को सीतामढ़ी मंडल कारा में लेकर गए. इस दौरान सीतामढ़ी मंडल कारा पर तैनात अफसर को पीड़ित महिला बंदी ने अपने साथ हुई घटना के बारे में सब कुछ बता दिया. वहीं इस मामले मे पीड़िता ने बयान दिया कि बीते 14 नवंबर की रात करीब ढाई बजे एसकेएमसीएच में भर्ती के दौरान महिला सिपाही अर्चना कुमारी के साथ वह शौचालय गई और वहां पर शैलेश कुमार और छोटेलाल कुमार द्वारा उसे पहले नशीला पदार्थ सुंघाया गया और फिर शौचालय में ही उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया और फिर उसे वहीं छोड़ दिया गया. सुनसान पड़े मकान में संबंध बनाने लगे कपल और फिर हुआ वो जो आप सोच भी नहीं सकते.. प्रिंसिपल ने शिक्षिका को किया संबंध बनाने के लिए मजबूर और फिर... पोर्न देखकर पत्नी से बनाता था संबंध और फिर वायरल कर दी पत्नी की नग्न तस्वीर...