पालघर: महाराष्ट्र में पालघर जिले के गडचिंचले गांव में दो साधु और एक वाहन चालक की मॉब लिंचिंग के मामले की जांच में लगी पुलिस और सीआईडी को संदेह है कि इस हत्याकांड को अंजाम देने के बाद गांव के कई सारे लोग पास के जंगलों में छिपे हुए हैं. पुलिस ने अब ड्रोन के जरिए इन लोगों की तलाश शुरू कर दी है. इसके साथ अभी भी गडचिंचले गांव में 150-200 तक पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं, जो गांव के लोगों की हरकतों पर निगाह रख रहे हैं और ये भी पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं कि हत्याकांड में शामिल बाकी लोग कहां पर छिपे हैं. महाराष्ट्र पुलिस 300 से अधिक आरोपियों की तलाश ड्रोन की मदद से कर रही है. पुलिस इस मामले में 101 लोगों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. जानकारी के लिए आपको बता दें कि 16 अप्रैल को पालघर में दो साधुओं और उनके ड्राइवर की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. इस मामले में हुई प्राथमिकी में 5 आरोपियों की पहचान की गई है. इनमें जयराम भावर, महेश सीताराम रावते, गणेश देवजी राव, रामदास रूपजी असारे और सुनील सोमजी रावते, शामिल हैं. इन पर धारा 302 हत्या, 120(बी), 427, 147, 148, 149 और 188 के तहत केस दर्ज किया गया है. इस राज्य में विधायक को एक साल तक 30% कम मिलेगा वेतन खुशखबरी : जनधन खातों में जमा पैसा बढ़ा, जानें क्या है वजह इस देश में एक करोड़ लोग हुए बेरोजगार