आधुनिकता के इस दौर में छत्तीसगढ़ पुलिस ने एक नयी स्कीम अपनाई है, और वो आराम से अपराधियों के पीछे भागने में यकीन रखती है. इसी के तहत कबीरधाम जिले की पुलिसकर्मियों को पेट्रोलिंग के लिए साइकिल की सुविधा दी गई है. क्राइम रेट कम करने के लिए और अपराधियों को पकड़ने के लिए साइकिल पर तैनात है इस इलाके की पुलिस. इस मुहीम से यह अंदाज़ा लगाया जा रहा है की इस स्कीम के तहत कर्मियों की सेहत भी बनी रहेगी, वो हष्ट-पुष्ट तंदरुस्त रहेंगे और वहां के स्थानीय लोगों से संपर्क भी बढ़ेगा. कबीरधाम के एसपी डॉ लाल उमेद सिंह ने कहा कि साइकिल पर पुलिस वाले लोगों के संपर्क में भी रहेंगे तो क्राइम की सुचना भी आसानी से मिल पायेगी. पुलिस दो घंटे के लिए भी रवाना होती है तो एक घंटे साइकिल चलाएगी, एक घंटे आराम करेगी जिससे सेहत भी बनी रहेगी. एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक अपराध के मामले में छत्तीसगढ़ देश में 12वें नंबर पर है. जिस दौर में अपराधी अपराध को अंजाम देने के बाद भागने के लिए जेट रफ्तार में रहते हैं, वहां पुलिस के हाथ में साइकिल थमाना सेहत के लिए तो ठीक है लेकिन यह उसकी रफ्तार पर ब्रेक जरूर लगा देगी. कबीरधाम में हर चौक के लिए पुलिस कर्मियों को दो साइकिल दी गई हैं. पुलिस कर्मियों को एरिया वाइज जगह बता दी गयी है जहाँ वो गश्त के लिए निकलेंगे. पेट्रोलिंग के लिए जवान साइकिल टॉर्च और वायरलेस से भी लैस रहेंगे. कज़न सिस्टर के साथ हम कुछ ऐसे ही घुल मिल जाते हैं शादी जैसे माहौल में कभी-कभी ऐसे मज़ाक भी भारी पड़ जाते हैं कहीं खातिरदारी वाले तो कहीं चिपकू, कुछ ऐसे मिलते हैं हमे दुकानदार