जालंधर : पंजाब के तकनीकी शिक्षा मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी द्वारा सरकार की कानूनी अधिकारियों की सूची पर सवाल उठाने के बाद कांग्रेस में बवाल मच गया है .चन्नी ने अधिकारियों की सूची में एक भी दलित अधिकारी के शामिल नहीं किए जाने की बात मीडिया में कही थी . इसे कुछ कांग्रेसी राजनीतिक साजिश बता रहे हैं. उल्लेखनीय है कि चन्नी ने अपने बयान में कहा था कि पंजाब सरकार ने 28 कानूनी अधिकारियों की जो नियुक्तियां की है जिनमें से एक अधिकारी ओ.बी.सी. वर्ग व 27 अधिकारी सामान्य वर्ग से हैं जबकि किसी दलित अधिकारी की नियुक्ति नहीं की गई है. इस बयान के बाद सीएम अमरिंदर सिंह को कानूनी अधिकारियों की अगली सूची में दलितों को स्थान दिए जाने का स्पष्टीकरण देना पड़ा था. बता दें कि कुछ कांग्रेसियों का तर्क है कि शाहकोट के उपचुनाव को देखते हुए चन्नी का यह बयान पार्टी के लिए उपचुनाव में नुकसानदायक सिद्ध हो सकता है.फिरोजपुर से कांग्रेस के विधायक परमिंद्र सिंह पिंकी ने पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी को पत्र लिखकर चन्नी की सार्वजनिक बयानबाजी को सियासी साजिश बताया है. वहीं कई विधायक तो दबी जुबान में कह रहे हैं कि मुख्यमंत्री कै. अमरेंद्र सिंह के 2002-07 के कार्यकाल में विधानसभा में सड़कों पर पैच लगाने वाले बयान से पार्टी को संकट में डाला था. चन्नी ने इस मसले पार्टी के मंच पर अथवा कैबिनेट में इस मुद्दे को उठाना चाहिए था, जबकि उन्होंने सार्वजनिक बयानबाजी की है , जो अनुचित है. यह भी देखें शाहकोट उपचुनाव में लगेंगी वीवीपैट मशीन गांव का नाम बदलने की अधिसूचना रद्द करने की मांग