चंडीगढ़: COVID-19 प्रोटोकाल के उल्लंघन से सियासी पार्टियों के नेताओं के विरुद्ध दायर हो रहे केसों पर अब राजनीतिकरंग चढ़ने लगा है। सियासी दलों ने आरोप लगाया है कि पंजाब में कैप्टन गवर्मेंट दो प्रकार के कानून संचालित कर रही है। विपक्षी नेताओं ने डिमांड की है कि सीएम को सरकार के मंत्री, MLA तथा कांग्रेस के नेताओं के विरुद्ध भी COVID-19 प्रोटोकाल के उल्लंघन के केस दायर करने चाहिए। वही COVID-19 संक्रमण के सिलसिले में सोशल मीडिया तथा अन्य तकनीकों के माध्यम से होने वाले दुष्प्रचार को लेकर पुलिस कड़े कदम उठा रही है। गवर्मेंट के निर्देश पर पुरे प्रदेश में निरंतर दुष्प्रचार करने वालों के विरुद्ध पुलिस कार्रवाई कर रही है। इसमें COVID-19 संक्रमण की अनदेखी करने वाले सियासी नेताओं को भी नहीं छोड़ा जा रहा है। वही पुलिस ने COVID-19 प्रोटोकॉल की पालना में लापरवाही बरतने के दोष में बीजेपी राज्य अध्यक्ष अश्वनी शर्मा पर केस दायर किया है। साथ ही इसके पूर्व लोक इंसाफ पार्टी के MLA सिमरजीत सिंह बैंस के विरुद्ध दुष्प्रचार के सिलसिले में केस दर्ज किया जा चुका है। सियासी पार्टियों के विरुद्ध हुए मुकदमों ने अब राजनीतिकपारा गर्म कर दिया है। वही विपक्ष के नेताओं ने दोष लगाया है कि सीएम केस दर्ज कर विपक्ष की आवाज को दबाना चाहते हैं, इसलिए यह कार्यवाही की जा रही है। साथ ही पंजाब पुलिस ने बीते सोमवार को लोक न्याय पार्टी के MLA सिमरजीत सिंह बैंस के विरुद्ध COVID-19 दुष्प्रचार के केस में केस दायर किया है। वही अब राज्य में सियासी हलचल काफी बढ़ गई है। बंगाल में सियासी हिंसा चरम पर, भाजपा कार्यकर्ता के बाद अब मिली TMC वर्कर की लाश कोरोना पॉजिटिव पाए गए कांग्रेस MLA गोवेर्धन दांगी का निधन, मेदांता अस्पताल में चल रहा था इलाज के चंद्रशेखर राव का बड़ा बयान, कहा- कांग्रेस ने आज अपना असली रंग प्रदर्शित किया