बंगलुरु: कर्नाटक विधान सभा चुनाव में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिल पाया है, ऐसे में 104 सीटें लाने के बाद भी भाजपा स्पष्ट रूप से कर्नाटक में सरकार बनाने में नाकाम रही है. अब कर्नाटक की सियासत का फैसला गठबंधन से होने वाला है. भाजपा के अलावा अपने ही गढ़ में 78 सीटें लाने वाली कांग्रेस, कर्नाटक में तीसरी बड़ी पार्टी जेडीएस से हाथ मिलाने की कोशिशें कर रही है. इस कश्मकश के बीच कांग्रेस और जेडीएस की ओर से एक-एक विधायक को साथ लाने की कवायद शुरू हो गई है. ऐसे में तीन ऐसे विधायक जीते हैं, जो न तो कांग्रेस से हैं, न बीजेपी और न ही जेडीएस से हैं. लिहाजा इन तीनों विधायकों पर सबकी नजर लगी हुई है. इन तीन विधायकों में सबसे पहला नाम आता है कोलेगाला विधानसभा सीट से बीएसपी उम्मीदवार एन महेश का, जिन्होंने पिछले 25 सालों में पहली बार जीत का स्वाद चखा है. दूसरे विधायक हैं आर शंकर, जो रानीबेन्नुर सीट पर कर्नाटक प्रगन्या पन्था जनता पार्टी (केपीजेपी) के उम्मीदवार थे. उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार कृष्णप्पा कोलीवाड़ा को करीब चार हजार मतों से मात दी है. इसके बाद तीसरा नाम एच नागेश का है, जिस पर कांग्रेस और जेडीएस की नज़रें गड़ी हुई हैं. इस बार बतौर निर्दलीय उतरकर चुनाव जीतने वाले वो एकलौते विधायक हैं, जबकि इससे पहले करीब एक दर्जन विधायक निर्दलीय थे. इन तीनों विधायकों को लुभाने में राजनितिक पार्टियां लगी हुई है, अब देखना ये है कि कर्नाटक का सियासी ऊंट किस करवट बैठता है. कर्नाटक विस परिणाम : अब राज्यपाल के हाथों में कर्नाटक का भविष्य कर्नाटक विस चुनाव : लिंगायत दांव खेलकर कर्नाटक को भी 'भगवामय' कर देंगी बीजेपी कर्नाटक चुनाव LIVE : कांग्रेस-जेडीएस को झटका, बीजेपी की बनेगी सरकार