पटना: बिहार के सासाराम में रामनवमी पर हुई हिंसा के मामले में भाजपा नेता जवाहर प्रसाद की गिरफ्तारी को लेकर राजनीतिक घमासान मच गया है। भाजपा ने नीतीश सरकार पर पूर्व MLA जवाहर प्रसाद को जानबूझकर फंसाने का इल्जाम लगाया है। भाजपा नेता एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि जिन व्यक्तियों ने रामनवमी पर अराजकता उत्पन्न की, उनकी वजह से सासाराम की शांति व्यवस्था भंग हुई तथा उनको सरकार बचा रीह है। उन्होंने भाजपा नेता जवाहर प्रसाद को तुरंत बिना शर्त रिहा करने की मांग की है। पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने सासाराम में भाजपा के पूर्व MLA जवाहर प्रसाद एवं अन्य नेताओं की गिरफ्तारी पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि सरकार ने जानबूझकर बदले की भावना से पूर्व MLA एवं अन्य नेताओं को फंसाने की कार्रवाई की है। उन्होंने नीतीश सरकार को चेतावनी दी है कि इन घटनाओं में एक विशेष वर्ग का तुष्टीकरण कर जानबूझकर निर्दोष लोगों को अभियुक्त बनाया जा रहा है। उन्होंने तमाम निर्दोष लोगों पर से झूठा केस वापस लेने एवं बीजेपी नेता जवाहर प्रसाद समेत अन्य व्यक्तियों को अविलंब बिना शर्त रिहा करने की मांग की। वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने भी इस मुद्दे को लेकर नीतीश सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि हिंसा के एक महीने पश्चात् जवाहर प्रसाद की गिरफ्तारी का क्या मतलब है। सरकार को इतनी देर बाद पता चला कि पूर्व भाजपा विधायक को पकड़ना है। उन्हें षड्यंत्र के तहत फंसाया गया है। बता दें कि सासाराम में 30 मार्च को दुर्गा पूजा एवं रामनवमी के जुलूस के चलते दो पक्षों के बीच हिंसा भड़क गई थी। उपद्रवियों ने खूब पथराव, फायरिंग, तोड़फोड़ एवं आगजनी की। इस मामले में अब तक 63 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया जा चुका है तथा दो अपराधी आत्मसमर्पण कर चुके हैं। हालांकि, इनमें से कई अपराधियों को अदालत से जमानत भी मिल चुकी है। मई में भी बरसेंगे बदरा! जानिए IMD की भविष्यवाणी MP में बारिश ने गिराया तापमान, अप्रैल में टूटा 10 सालों का रिकॉर्ड Paytm के जरिए लोगों को लगाया चूना, जरूर पढ़ लें एक बार ये खबर