इंजीनियरिंग काॅलेज को लेकर मुंगेर में हुआ विवाद

मुंगेर। इंजीनियरिंग काॅलेज को लेकर मुंगेर में जमकर विवाद हो गया है। दरअसल ऋषिकुंड क्षेत्र में महाविद्यालय का स्थल बदलने को लेकर राजनीतिक साजिश की जा रही है। कुछ लोगों पर इस मामले में राजनीतिक साजिश रचने के आरोप लगाए गए हैं। ऋषिकुंड क्षेत्र के जिस स्थल का चयन कर प्रशासनिक स्तर पर सरकार को प्रस्ताव भेजा गया था वहां एक परेशानी यह आ रही है कि जमीन का मालिकाना हक रखने वालों ने अपनी जमीनें देने से इन्कार कर दिया है।

इसके बाद इस मामले में विवाद हो गया। प्रशासन ने जमीन अधिग्रहण के लिए अपनी कार्रवाई प्रारंभ कर दी है। दूसरी ओर धरहरा प्रखंड के दशरथपुर बंगलवा पथ के सुमरी पथरी क्षेत्र में भूमि पर इंजीनियरिंग काॅलेज बनाने की संभावनाऐं जताई गई हैं। भू स्वामियों ने अपनी जमीन नहीं देने को लेकर समिति बना ली है। इसके नोडल पदाधिकारी भागलपुर अभियंत्रण महाविद्यालय के प्राचार्य हैं। उनके नेतृत्व में प्रशासनिक स्तर पर जिन स्थलों का चयन किया गया उसमें पहला स्थल पाटम ऋषिकुंड के समीप था।

जबकि दूसरा दशरथपुर से बंगलवा पथ में स्थित है कमिटी द्वारा स्थल चयन का प्रस्ताव बनाकर राज्य सरकार को भेज दिया गया है और जब भू अधिग्रहण एवं मुआवजा भुगतान का मामला आया तो भू.स्वामियों ने जमीन देने से ही इनकार कर दियाण् जिस भूमि का चयन किया गया था

उस भूमि के दर्जनभर हिस्सेदार हैं और उनमें से कुछ हिस्सेदारों ने अपना जमीन इंजीनियरिंग कॉलेज के लिए सरकारी मापदंड के अनुसार देने को तैयार नहीं हुए। कुछ भू.स्वामियों ने इस भूमि को ग्रेड.1 के लिए निर्धारित एमवीआर 4800 रुपये प्रति डिसमिल के दर से राशि भुगतान की की जाने लगी। साथ ही मुख्य सड़क से जुड़े हिस्सेदारों ने अपने अनुसार भूमि देने पर अड़ गये।

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